हाथरसःहाथरस केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच शुरू कर दी। टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और लोगों से बात की। सीबीआई ने करीब तीन घंटे घटनास्थल पर बिताए।
घटनास्थल का मुआयना किया जहां 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हाथरस पीड़िता के भाई को घटनास्थल पर लाया गया है, केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) की टीम यहां जांच कर रही है।
हाथरस पीड़िता के पिता के स्वास्थ्य पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि सूचना मिली कि लड़की (पीड़िता)के पिता का ब्लड प्रेशर हाई है और कुछ बीमारियां है लेकिन वो अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं हैं। अब मैं खुद जा रहा हूं उनसे बात करूंगा और जरूरत पड़ेगी तो उन्हें ज़िला अस्पताल लेकर जाएंगे।
पीड़िता के पिता की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर हाथरस के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पीड़िता के घर गए। पीड़िता की मां की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है उनके साथ उनके परिवार के दो सदस्य भी हैं।
मंगलवार को सीबीआई की टीम ने बुलगढ़ी गांव के अलग-अलग इलाकों में जाकर छानबीन की। सीबीआई ने करीब तीन घंटे घटना स्थल पर बिताए, जहां पर वीडियोग्राफी की गई और पीड़िता के परिवार के सदस्यों से क्राइम सीन पर ही सवाल-जवाब हुए. क्राइम सीन के बाद सीबीआई की टीम उस स्थान पर पहुंची, जहां पुलिस ने पीड़िता का दाह संस्कार हुआ था।
मृतका के परिजनों से पूछताछ की और अपराध स्थल का मुआयना किया
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के एक दल ने मंगलवार को मृतका के परिजनों से पूछताछ की और अपराध स्थल का मुआयना किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दल मंगलवार की सुबह बुलगढ़ी गांव में अपराध स्थल पर पहुंचा और मृतका के भाई को बयान दर्ज कराने के लिए ले गया।
सीबीआई जब मृतका के भाई को ले जा रही थी तब उसकी गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जाने लगीं लेकिन एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने स्पष्ट किया कि “कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।” जांचकर्ताओं ने अपराध के दिन घटी घटनाओं के बारे में मृतका के परिजनों से उनके आवास पर विस्तार से बातचीत की। अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को अपराध स्थल की घेराबंदी करने का निर्देश दिया। इस बीच सीबीआई ने हाथरस की जांच में लगे अपने दल में अधिकारियों की संख्या में वृद्धि की है।
पुलिस अधीक्षक रघुराम राजन के मातहत चार और अधिकारियों को शामिल किया गया
गाजियाबाद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कमान संभाल रहे पुलिस अधीक्षक रघुराम राजन के मातहत चार और अधिकारियों को शामिल किया गया है। एसीबी चंडीगढ़ में पुलिस उपाधीक्षक सीमा पाहुजा को मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वी के शुक्ला, पुलिस उपाधीक्षक आर आर त्रिपाठी, और निरीक्षक एस श्रीमती को भी जांच दल में शामिल किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि अपराध स्थल का विश्लेषण करने के लिए सीबीआई के जांचकर्ताओं के साथ केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के विशेषज्ञ भी शामिल थे।
पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने कथित तौर पर परिवार वालों की इच्छा के विरुद्ध शव का दाह संस्कार रात के अंधेरे में करने का आदेश दिया था। मामले पर सियासी दबाव के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी। रविवार को सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने कहा था, “शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 14 सितंबर 2020 को आरोपी ने बाजरे के खेत में उसकी बहन की गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुरोध और केंद्र सरकार की अधिसूचना पर सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है।”
गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के एक गांव 19 साल की एक दलित लड़की से अगड़ी जाति के चार युवकों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में गत 29 सितंबर को पीड़िता की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद उसी रात पुलिस ने परिवार वालों की गैर-मौजूदगी में युवती का दाह-संस्कार कर दिया था। इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर उनकी सहमति के बिना आननफानन में युवती का अंतिम संस्कार करने का आरोप लगाया था। हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है। इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
हाथरस मामला: अपराध स्थल पर पहुंचा सीबीआई का दल
दल ने मृतका के भाई को बुलाकर जगह की पहचान करने को कहा और स्थानीय पुलिस को अपराध स्थल की घेराबंदी करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने कहा कि इसकी संभावना है कि जांचकर्ता, केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के विशेषज्ञों के साथ लौट कर अपराध के दृश्य की पुनर्संरचना करेंगे।
पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने कथित तौर पर परिवार वालों की इच्छा के विरुद्ध शव का दाह संस्कार रात के अंधेरे में करने का आदेश दिया था। मामले पर सियासी बवाल होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
रविवार को सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने कहा था, “शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 14 सितंबर 2020 को आरोपी ने बाजरे के खेत में उसकी बहन की गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुरोध और केंद्र सरकार की अधिसूचना पर सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है।”
हाथरस की पीड़िता के लिए युवा कांग्रेस ने निकाला ‘इंसाफ कैंडल मार्च’
कांग्रेस की युवा इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हाथरस में दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में जल्द न्याय की मांग करते हुए सोमवार को यहां ‘इंसाफ कैंडल मार्च’ निकाला। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव के मुताबिक, संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी की अगुवाई में जंतर-मंतर पर यह मार्च निकाला गया और आखिर में कुछ पल मौन रखकर पीड़िता को श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल भी इस आयोजन में शामिल हुए और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की।
इस मौके पर श्रीनिवास ने कहा, ‘‘हाथरस में जो हुआ, वो मानवता को शर्मसार करने वाला है। पहले दुष्कर्म, फिर शव का बिना परिवार की सहमति के अंतिम संस्कार और अंत में उसे अंतरराष्ट्रीय साजिश बता देना। आखिर भाजपा बेटी को न्याय देने की बजाय आरोपियों को क्यों बचा रही है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में जल्द न्याय होना चाहिए। दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।’’ इस आयोजन में दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमृता धवन, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश पवार और युवा कांग्रेस के कई अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए।