उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुई अमानवीय घटना इस समय देश के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है। हाथरस कांड में सियासत के दिग्गजों की एंट्री के बाद से यह मामला और गरमा गया है। विपक्षी दल कांग्रेस इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन पर पिछले कई दिनों से लगातार हमलावर है। वहीं सत्ता पक्ष के दिग्गज नेता कांग्रेस की बखिया उधेड़ने में लगे हैं। इस क्रम में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राजस्थान में भी हाथरस कांड जैसी घटनाएं होती हैं, लेकिन राहुल गांधी वहां कभी नहीं गए। वे भाजपा शासित राज्यों में ही जातें हैं और भाजपा सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास करते हैं।
इससे पहले हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक व अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का बचाव किया था। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा प्रमुख मायावती पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने आरोपियों को फांसी सजा देने की मांग की थी।
आठवले ने कहा था कि हाथरस की घटना मानवता पर एक धब्बा है। उन्होंने कहा था कि मायावती को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है। अनुसूचित जाति के उत्पीड़न पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस वर्ग पर सबकी सरकार में अत्याचार हुए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हाथरस आ रहे हैं लेकिन वह राजस्थान नहीं गए। अगर उन्हें पुलिस ने रोका था तो रुकना चाहिए। उन्होंने सलाह दी कि अनुसूचित वर्ग पर अत्याचार खत्म करने के लिए उच्च वर्ग को दलितों को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना पर मुख्यमंत्री ने सही निर्णय लिया है।