केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाला आर्टिकल 370 खत्म करने की पेशकश की है। आज (6 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल लोकसभा में पेश हुआ। इस मामले पर लोकसभा में चर्चा जारी है। इसी बीच श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लेकर जेकेएनसी पार्दी के सांसद हसनैन मसूदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच बहस हुई। हसनैन मसूदी ने चर्चा के दौरान कहा, ''अनुच्छेद 370 लागू करने का प्रस्ताव उस समय संविधान सभा के कैबिनेट में पास हुआ था, उसका कोई विरोध नहीं किया गया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी उस कैबिनेट में थे।'' इसपर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है, श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अनुच्छेद 370 का समर्थन कभी नहीं किया। अगर सदस्य के पास कोई सबूत है तो उसे प्रस्तुत करें या सदन में क्षमा मांगें।'
अमित शाह ने हसनैन मसूदी के खिलाफ कार्रवाई करने की लोकसभा स्पीकर से मांग की है। हसनैन मसूदी ने यह भी कहा, आपको नहीं पता कि आपने क्या खोय। आपने एक करोड़ पच्चीस लाख लोगों का विश्वास खोया, उनका भरोसा खोया। आपने जो कदम उठाए हैं वह संविधान से खिलवाड़ है। 370 जो आपने हटाया उसका अधिकार आपके पास है ही नहीं।
अमित शाह ने कहा, कहाँ पर ये लिखा है कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 370 की बात की। कश्मीर के लिए उन्होंने जान दे दी है। इस तरह की बेबुनियाद बातें नहीं होनी चाहिए।
राज्यसभा ने सोमवार को अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को दो केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी है। पांच अगस्त को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पास कर दिया गया है। बिल के पक्ष में 125 वोट और 61 विपक्ष में वोट पड़े हैं।
कश्मीर में फिलहाल धारा 144 लागू है। कई बड़े नेताओं को नजरबंद किया गया है। हालात को देखते हुये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी कश्मीर गये हैं।