हरियाणा विधानसभा के ताजा रुझान में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल रहा है। यहां सत्ता की चाबी जेजेपी के पास दिख रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नाटक फॉर्मूले को अपनाते हुए कांग्रेस पार्टी दुष्यंत को मुख्यमंत्री का पद ऑफर कर सकती है। इस बारे में पूछे जाने पर जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अभी समर्थन देने पर फैसला नहुीं हुआ है। इस बारे में अभी उनसे किसी ने बात नहीं की है। किसे समर्थन देना है इस बात पर पार्टी और उसके सदस्य फैसला करेंगे।
हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के रुझान मिल चुके हैं। इनमें बीजेपी 37 सीटों पर, कांग्रेस 33 सीटों पर, जेजेपी 10 सीटों पर और अन्य 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। अगर ये रुझान नतीजों में तब्दील हो गए तो किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा। इस स्थिति में हरियाणा में सरकार बनाने के लिए गठबंधन की कवायद तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने के लिए कर्नाटक फॉर्मूले का इस्तेमाल कर सकती है।
क्या है कर्नाटक फॉर्मूला?
2018 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 222 सीटों में बीजेपी ने 104 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई थी। दूसरे नंबर पर 78 सीटों के साथ कांग्रेस और तीसरे नंबर पर 37 सीटों के साथ जेडीएस थी। कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनाने के लिए तीसरे नंबर की पार्टी के नेता एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया। इस तरह से कर्नाटक में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बन गई।
दुष्यंत को ऑफर करेंगे सीएम पद?
इसी फॉर्मूले का इस्तेमाल कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाने के लिए कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने दुष्यंत चौटाला से संपर्क कर मुख्यमंत्री पद ऑफर किया है। दूसरी तरफ बीजेपी ने प्रकाश सिंह बादल को जेजेपी से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है।