Haryana Election Results 2024 Vidhan Sabha Chunav Results 2024 Live: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस का मत प्रतिशत लगभग बराबर रहा। भाजपा ने हालांकि सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल कर लिया। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 39.94 प्रतिशत मत मिले, जबकि कांग्रेस को 39.09 प्रतिशत मत मिले। दोनों पार्टियों को पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार अधिक मत मिले, लेकिन कांग्रेस को 11 प्रतिशत की बढ़त मिली जो भाजपा की तीन प्रतिशत वृद्धि से काफी अधिक है।
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों में जब भाजपा ने 90 में से 40 सीट जीतीं, तो उसका मत प्रतिशत 36.49 प्रतिशत था। वहीं, कांग्रेस को 31 सीट के लिए 28.08 प्रतिशत मत मिले थे। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में 48 सीट जीतकर भाजपा सत्ता बरकरार रखने और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार कांग्रेस को 37 सीट पर जीत मिली है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने दो सीटें जीतीं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीट मिलीं। जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों को चुनावों में कोई सफलता नहीं मिली।
इस बीच, दो सीट जीतने वाली इनेलो ने 2019 के अपने मत प्रतशित में सुधार किया और इस बार 4.14 प्रतिशत मत हासिल किये जबकि पिछली बार उसे 2.44 प्रतिशत मत मिले थे। जजपा के मत प्रतिशत में भारी नुकसान हुआ, जो 2019 में 15 प्रतिशत से घटकर 0.90 प्रतिशत रह गया, जब उसने 10 सीट जीती थीं। अकेले चुनाव लड़ने वाली ‘आप’ को पिछले विधानसभा चुनाव के 0.48 प्रतिशत के मुकाबले 1.79 प्रतिशत वोट मिले। पिछले चुनाव में नोटा का मत प्रतिशत 0.52 प्रतिशत था जबकि इस बार यह 0.38 प्रतिशत रहा।
जाट समाज के ‘जातिवादी’ लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया : मायावती ने हरियाणा के नतीजों पर कहा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी पराजय के बाद आरोप लगाया कि जाट समाज के ‘‘जातिवादी’’ लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया। दिवंगत जाट नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिजनों के नेतृत्व वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के गठबंधन से हरियाणा के चुनाव में उतरी बसपा को एक भी सीट पर जीत न मिलने के बाद मायावती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हरियाणा विधानसभा चुनाव बसपा व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा।
किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिससे बसपा के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अंतर से हार गए, हालांकि बसपा समर्थकों का पूरा वोट मिला है।”
मायावती ने अपने श्रृंखलाबद्ध पोस्ट में कहा, ‘‘उप्र के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बसपा से विधायक तथा सरकार में मंत्री भी बने हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह है।’’