मिलिए लंदन से पढ़ी 27 वर्षीय इस महिला उम्मीदवार से, बीजेपी ने जताया है मुस्लिम बहुल मेवात की जंग जीतने के लिए भरोसा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 11, 2019 15:55 IST2019-10-11T15:48:40+5:302019-10-11T15:55:01+5:30

Nauksham Chaudhary: हरियाणा विधानसभा चुनावों में मुस्लिम बहुल मेवात की सीटों पर जीत के लिए बीजेपी ने जताया 27 वर्षीय लंदन ग्रैजुएट पर भरोसा

Haryana Assembly Polls 2019: 27-Year-Old Nauksham Chaudhary to lead BJP fight in Muslim-Majority Mewat seats | मिलिए लंदन से पढ़ी 27 वर्षीय इस महिला उम्मीदवार से, बीजेपी ने जताया है मुस्लिम बहुल मेवात की जंग जीतने के लिए भरोसा

बीजेपी ने मेवात की पुन्हाना सीट से 27 वर्षीय नौकशाम चौधरी पर जताया है भरोसा

Highlightsबीजेपी ने पुन्हाना से 27 वर्षीय नौकशाम चौधरी को उतारा हैबीजेपी 2014 चुनावों में मेवात की तीनों सीटों पर हार गई थी

बीजेपी ने हरियाणा के मेवात जिले की मुस्लिम बहुल पुन्हाना सीट  से 27 वर्षीय नौकशाम चौधरी (Nauksham Chaudhary) को टिकट दिया है। नौकशाम की उम्मीदवारी उनकी भारीभरकम सीवी की वजह से चर्चा का विषय बना हुई है। लेकिन उनके सामने उस इलाके में बीजेपी को जीत दिलाने की चुनौती है, जहां पार्टी का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। 

नौकशाम दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कॉलेस से इतिहास में ग्रैजुएट हैं, जबकि उन्होंने लग्जरी ब्रैंड मैनेजमेंट में इटली और कम्युनिकेशंस में लंदन से मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।

मेवात के विकास के लिए राजनीति में आई: नौकशाम

चौधरी के पिता एक रिटायर्ड जज और मां हरियाणा सरकार के राजस्व विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। नौकशाम महज एक महीने पहले ही स्वदेश लौटी हैं और उनका कहना है कि इस क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए राजनीति में आई हैं।  

खुद के राजनीति में आने पर नौकशाम ने कहा कि मेरे पास प्राइवेट सेक्ट में एक अच्छी नौकरी थी लेकिन ये परिवर्तन इसलिए हुआ क्योंकि ये मेरा पैतृक क्षेत्र है। ये अविकसित और पिछड़ा हुआ है। नेता धर्म के नाम पर लोगों का शोषण करते हैं। मेरा उद्देश्य इस क्षेत्र में महिलाओं के शिक्षा और सशक्तिकरण पर काम करने का है।

बीजेपी के मुश्किल है मेवात में जंग 

बीजेपी के लिए ये सीट जीत पाना बेहद मुश्किल होगा। पुन्हाना मुस्लिम बहुल मेवात जिले में आता है, जिसमें 5 लाख मतदाता हैं। इनमें से करीब 80 फीसदी मुस्लिम और महज 20 फीसदी ही हिंदू मतदाता हैं।

2014 हरियाणा विधानसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद बीजेपी मेवात की तीनों विधानसभा सीटों-पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका और नूह में दूसरे स्थान पर भी नहीं आ पाई थी।

नौकशाम को भरोसा, इस बार मेवात में बीजेपी मारेगी बाजी

लेकिन नौकशाम को भरोसा है कि इस बार परिणाम अलग होंगे क्योंकि यहां के आम लोग समझ चुके हैं कि बीजेपी राज्य और केंद्र दोनों जगह बी सरकार बना रही है, ऐसे में अगर उन्हें विकास और विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व चाहिए तो उन्हें बीजेपी को ही चुनना होगा। 

नौकशाम चौधरी को यहां कांग्रेस के मोहम्मद इलियास से चुनौती मिल रही है जो 2009 में ये सीट जीत चुके हैं। इलियास नौकशाम की प्रोफाइल से परेशान नहीं हैं और यहां शिक्षा जैसे मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति अनुभव से आती है किताबों से नहीं और 2024 के बाद नौकशाम जहां से आई हैं, उन्हें वापस जाना पड़ेगा।

2018 में आई नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेवात भारत का सबसे पिछड़ा जिला है। ऊबड़-खाबड़ सड़कें, गड्ढे, कचरे के ढेर पूरे क्षेत्र में एक आम दृश्य हैं। विशेष रूप से महिलाओं के बीच स्वास्थ्य संकेतक बहुत खराब हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं।

Web Title: Haryana Assembly Polls 2019: 27-Year-Old Nauksham Chaudhary to lead BJP fight in Muslim-Majority Mewat seats

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