इंदिरा गांधी और राजीव गांधी कर सकते हैं तो पीएम मोदी क्यों नहीं? हरदीप सिंह पुरी ने संसद के नए भवन के उद्घाटन से जुड़े विवाद पर कही ये बात
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 23, 2023 05:27 PM2023-05-23T17:27:22+5:302023-05-23T17:29:06+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को दोपहर 12 बजे से हवन पूजन के साथ नव निर्मित नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहेंगे। पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर सवाल उठाते हुए मांग की थी कि राष्ट्रपति को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए।
नई दिल्ली: संसद के नए भवन के उद्घाटन से जुड़े विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया है। संसद के नए भवन का उद्घाटन पीएम मोदी के बजाय राष्ट्रपति के हाथों करवाने की मांग कर रही कांग्रेस को हरदीप सिंह पुरी ने जवाब दिया है।
हरदीप सिंह पुरी ने ने कहा, "अगस्त 1975 में, तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने संसद एनेक्सी का उद्घाटन किया था। बाद में 1987 में पीएम राजीव गांधी ने संसद के पुस्तकालय का उद्घाटन किया। अगर आपकी (कांग्रेस) सरकार के मुखिया उनका उद्घाटन कर सकते हैं, तो हमारी सरकार के मुखिया ऐसा क्यों नहीं कर सकते?"
#WATCH | In August 1975, then PM Indira Gandhi inaugurated the Parliament Annexe, and later in 1987 PM Rajiv Gandhi inaugurated the Parliament Library. If your (Congress) head of government can inaugurate them, why can't our head of government do the same?: Union Minister Hardeep… pic.twitter.com/syv8SXGwIS
— ANI (@ANI) May 23, 2023
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को दोपहर 12 बजे से हवन पूजन के साथ नव निर्मित नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहेंगे। पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर सवाल उठाते हुए मांग की थी कि राष्ट्रपति को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए। इस मुद्दे पर कांग्रेस को अन्य पार्टियों का साथ भी मिला है।
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी प्रधानमंत्री के संसद भवन के उद्घाटन पर सवाल उठाया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री के लिए संसद के नए भवन का उद्घाटन करना संवैधानिक रूप से सही नहीं होगा। सवाल यह उठता है कि क्या इसकी जरूरत है। किसी भी बड़े लोकतंत्र ने ऐसा नहीं किया है।’
कांग्रेस ने नए संसद भवन को पीएम मोदी के 'व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा वाली परियोजना' बताया है। वहीं राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संसद भवन बनाने का पूरा प्रयास नरेंद्र मोदी जी का है। नरेंद्र मोदी के कोई अच्छे काम राहुल गांधी को नहीं दिखते हैं।
बता दें कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त संसद के चार मंजिला नये भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है । करीब 64500 वर्ग मीटर फैले नये संसद भवन में भूकंप सुरक्षा के पर्याप्त उपायों किये गए हैं और यह वर्षा जल संचयन और जल पुन: चक्रण प्रणाली से सुसज्जित है।
लोकसभा सचिवालय द्वारा संसद भवन पर तैयार की गई पुस्तिका के अनुसार, नया संसद भवन भारत के लोकतंत्र और देश के लोगों के गौरव, एकता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक हैं। नये संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।