Haldwani Violence: शहर में कर्फ्यू, सांप्रदायिक झड़प में 4 की मौत, 100 से अधिक घायल, स्कूल बंद, इंटरनेट पर बैन, जानिए अभी कैसे हैं हालात
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 9, 2024 09:12 AM2024-02-09T09:12:05+5:302024-02-09T09:17:31+5:30
उत्तराखंड के नैनीताल स्थित हलद्वानी के बनभूलपुरा में 'अवैध' मदरसे को गिराने के बाद फैली हिंसा में माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है।
देहरादून: उत्तराखंड के नैनीताल स्थित हलद्वानी में बीते गुरुवार को फैले सांप्रदायित तनाव के मामले में अधिकारियों ने कहा कि बनभूलपुरा में 'अवैध रूप से बने' मदरसे को गिराने के बाद फैली हिंसा में माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है।
मदरसे को गिराने पर स्थानीय निवासियों द्वारा कथित तौर पर पुलिस वाहनों में आग लगाने और पथराव करने की घटना में 4 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 100 लोग घायल हो गए हैं। प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार ताजा हालात के बारे में जानकारी देते हुए नैनीताल की जिला मजिस्ट्रेट वंदना ने कहा कि बनभूलपुरा हिंसा में अब तक तीन से चार लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में पुलिसकर्मियों की संख्या ज्यादा है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए हलद्वानी में कर्फ्यू लगाया गया है, शहर में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं और स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
वहीं पुलिस की ओर से मामले में दी गई ब्रिफिंग में बताया गया है कि शहर के बनभूलपुरा इलाके में हुई हिंसा में घायल होने वाले अधिकांश पुलिसकर्मी और नगरपालिका कर्मचारी थे, जो मदरसे के गिराने के लिए मौके पर गये थे।
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद मीना ने बताया कि गिराया गया मदरसा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था, जिसे हटाने के लिए पहले भी नोटिस दिया गया था।
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना ने बनभूलपुरा थाने के बाहर हुई हिंसा पर कहा, "कुछ लोगों ने पुलिसवालों पर फायरिंग की। जिसके जवाब में पुलिस ने हवाई फायरिंग की। अस्पतालों में तीन से चार लोग मृत अवस्था में लाए गए थे, जिन्हें गोली लगी थी। मृतक की पहचान की जा रही है, हमें यह पता लगाने के लिए इंतजार करना होगा कि क्या वे पुलिस की गोलीबारी में मरे हैं या उनके बीच के लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए हैं।”
जिलाधिकारी वंदना ने दावा किया कि दंगाइयों ने बनभूलपुरा थाने में आग लगाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "उस समय हमारे पुलिसकर्मी पुलिस स्टेशन में मौजूद थे। हालांकि, पुलिस बल ने उन्हें नियंत्रित किया और उन्हें पुलिस स्टेशन में प्रवेश नहीं करने दिया। इसके बाद हिंसा बनभूलपुरा के पास गांधी नगर इलाके में फैल गई।"
डीएम ने दावा किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी और हमलावरों द्वारा हमले के लिए पत्थरों को पहले से ही घरों में जमा किए गया था। उन्होंने कहा, "दंगाइयों ने पेट्रोल बमों का भी इस्तेमाल किया।"
डीएम के मुताबिक स्थिति अब नियंत्रण में है। बनभूलपुरा में हिंसा पर काबू पा लिया गया है और इसे आगे नहीं फैलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "इलाके में अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है।"
इस बीच खबर मिल रही है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। एसएसपी मीना ने बताया कि नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एसडीएम परितोष वर्मा की मौजूदगी में तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई।