अधिवक्ता का पता लगाने के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर

By भाषा | Published: November 9, 2021 01:47 AM2021-11-09T01:47:47+5:302021-11-09T01:47:47+5:30

Habeas Corpus petition filed in Jharkhand High Court to trace the advocate | अधिवक्ता का पता लगाने के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर

अधिवक्ता का पता लगाने के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर

रांची, आठ नवंबर पटना पुलिस द्वारा झारखंड के एक वकील एवं अतिरिक्त लोक अभियोजक को उनके आवास से कथित तौर पर ले जाए जाने के एक दिन बाद, सोमवार को राज्य उच्च न्यायालय में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई जिसमें संबंधित अधिकारियों को अधिवक्ता की मौजूदा स्थिति के बारे में खुलासा करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया।

झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ के सचिव नवीन कुमार ने बताया कि अधिवक्ता की पत्नी ने अदालत के समक्ष याचिका दायर की है, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।

याचिका में कहा गया है कि झारखंड राज्य की राजधानी के सुखदेवनगर निवासी वकील रजनीश वर्धन को सात नवंबर की रात करीब 10.30 बजे पुलिस टीम उनके परिवार को कोई जानकारी दिए बिना उनके आवास से कथित तौर पर अपने साथ ले गई थी।

वर्धन की पत्नी श्वेता प्रियदर्शिनी ने झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ को सूचित किया और झारखंड के पुलिस महानिदेशक तथा रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों को भी ईमेल भेजकर अपने पति के बारे में जानकारी मांगी।

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Web Title: Habeas Corpus petition filed in Jharkhand High Court to trace the advocate

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