गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को आज (बुधवार) पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनको गिरफ्तार किया गया है। 1998 पालनपुर ड्रग प्लांटिंग केस में यह कार्रवाई हुई है। संजीव को एक वकील को झूठे मामले में फंसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में संजीव भट्ट समेत 7 लोगों से पुलिस ने पूछताछ की गई थीं अब उन सात लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस सात लोगों में तीन पूर्व आईपीएस अधिकारी शामिल हैं। खबर के अनुसार रिटायर्ड पीआई व्यास से भी पूछताछ चल रही है। वहीं, पुलिस का कहना है कि जिन भी लोगों को गिरफ्तार किया है उन सभी लोगों के खिलाफ हमारे पास पुख्ता सबूत हैं जिनके आधार पर ये कार्यवाही की गई है।
जब बनासकांठा के संजीव भट्ट डीसीपी थे, उसी समय उन्होंने वकील को नार्कोटिक्स के झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की थी और उन पर इसका र आरोप लगा था। फिलहाल गांधीनगर सीआईडी क्राइम ब्रांच में उनसे पूछताछ की जा रही है।
मोदी पर लगा चुके हैं आरोप
1988 बैच के आईपीएस अधिकारी भट्ट ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कहा था कि वे गांधीनगर स्थित मोदी के आवास पर 27 फरवरी 2002 को मौजूद थे। इस दौरान तत्कालीन गुजरात मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी शीर्ष पुलिस अधिकारियों को एक निर्देश दिया।
इस निर्देश में गुजरात सीएम ने कहा कि गोधरा के साबरमती एक्सप्रेस में आग लगने से आक्रोशित हिंदुओं को उनका बदला पूरा करने दें।हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उनके इस दावे को खारिज करते हुए गुजरात दंगों की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम गठित कर दी थी।