भाजपा बंपर जीत की ओर, गुजरात में टूटेगा अब तक की सबसे बड़ी जीत का कांग्रेस का 37 साल पुराना रिकॉर्ड!
By विनीत कुमार | Published: December 8, 2022 10:52 AM2022-12-08T10:52:22+5:302022-12-08T11:07:10+5:30
गुजरात विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती नजर आ रही है। सुबह 11 बजे तक रुझानों में भाजपा 152 सीटों पर आगे थी। अगर ये रुझान सीट में बदलते हैं तो भाजपा राज्य में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बना देगी।
अहमदाबाद: तमाम दावों और आशंकाओं के बीच गुजरात में एक बार फिर 'कमल' खिलना तय नजर आ रहा है। गुजरात विधानसभा चुनाव की हो रही गिनती के दौरान आ रहे रुझान बता रहे हैं कि भाजपा इस बार राज्य में नया इतिहास रच सकती है। गुजरात में भाजपा सबसे बड़ी जीत का कांग्रेस का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
दरअसल, चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार गुजरात के 182 सीटों वाले विधानसभा में भाजपा अभी 152 सीटों पर आगे हैं। सभी सीटों के रुझान आ चुके हैं। अगर ये रुझान सीटों में बदलते हैं तो ये राज्य में किसी भी पार्टी की विधानसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी।
टूटेगा कांग्रेस का 1985 का रिकॉर्ड
गुजरात में अब तक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड कांग्रेस के पास है। कांग्रेस ने 1985 में हुए विधानसभा चुनाव में माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में 149 सीटें जीती थी। ऐसे में भाजपा इस रिकॉर्ड तो तोड़ सकती है बशर्ते आ रहे रुझान सीटों में तब्दील हो जाएं।
दूसरी ओर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गुजरात विधानसभा चुनाव-2022 में बुरा हाल होता नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव को लेकर बड़े दावे किए थे। हालांकि पार्टी दहाई आंकड़ों के आसपास सिमटती नजर आ रही है। वहीं, कांग्रेस भी रुझानों में 20 सीटों से कम है।
गुजरात चुनाव: भाजपा बड़ी जीत की ओर
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध सुबह 11 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 152 सीटों पर, कांग्रेस 18 और आम आदमी पार्टी (आप) सात सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा के कई विधायक शुरुआती रुझानों में आगे चल रहे हैं। हार्दिक पटेल, पुर्णेश मोदी और कई अन्य चर्चित चेहरे भी आगे हैं। आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी खम्भालिया विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं। ‘आप’ सोमनाथ, व्यारा, जामनगर (उत्तर) और कुछ अन्य सीटों पर आगे है।
गुजरात में बहुमत के लिए कुल 182 सीट में से किसी भी पार्टी को 92 का आंकड़ा छूना होगा। चुनाव बाद के सर्वेक्षणों में भाजपा के आसान जीत दर्ज करने और लगातार सातवीं बार राज्य में सरकार बनाने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
बताते चलें कि इस बार मतदान प्रतिशत 2017 की तुलना में लगभग चार प्रतिशत कम हुआ। राज्य में 2017 में 68.39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 64.33 प्रतिशत मतदान हुआ।