गुजरात में 'घटिया स्तर की राजनीतिक चर्चा' की वजह से BJP की सीटें हुईं कमः शाह
By IANS | Updated: December 18, 2017 20:38 IST2017-12-18T20:36:27+5:302017-12-18T20:38:16+5:30
अमित शाह ने कहा कि गुजरात में भाजपा की जीत वंशवाद व तुष्टिकरण पर विकास की राजनीति की जीत है।

अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि गुजरात में भाजपा की जीत वंशवाद व तुष्टिकरण पर विकास की राजनीति की जीत है। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत 'स्पष्ट' है। गुजरात में भाजपा की सीटें कम होने के सवाल पर उन्होंने इtसके लिए 'जाति की राजनीति' और 'घटिया स्तर की राजनीतिक चर्चा' को जिम्मेदार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सीटें कम होने के कारणों के लिए बैठक की जाएगी।
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के स्तर को नीचे गिराया, जिस वजह से हमारी सीटें कम हुईं, लेकिन हमने पिछले बार के मुकाबले ज्यादा मत प्रतिशत प्राप्त किए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में, भाजपा ने 47.8 प्रतिशत मत प्राप्त किया था, जबकि इस बार 49.10 प्रतिशत मत प्राप्त किया है। हमने 1.25 प्रतिशत ज्यादा मत हासिल किए। हम सरकार बनाने जा रहे हैं और हमारा मत प्रतिशत भी बढ़ा है। वर्ष 1990 से भाजपा गुजरात में कोई भी चुनाव नहीं हारी है और पार्टी राज्य में छठी बार सरकार बनाने जा रही है। जातिवाद, वंशवाद व तुष्टिकरण की राजनीति समाप्त हो गई। यह प्रदर्शन आधारित राजनीति के नए युग की शुरुआत है।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर विश्वास करता हूं, 70 वर्षों बाद लोकतंत्र का चेहरा बदल रहा है। गुजरात चुनाव के दौरान चर्चा का स्तर गिराने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह इससे कुछ सबक सीखेंगे तो 2019 लोकसभा चुनाव एक बेहतर माहौल में हो सकेगा।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर लगे आरोपों पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि क्या हम ईवीएम को बदल सकते हैं? यह सरकार के हाथ में नहीं है, इसका संचालन चुनाव आयोग करता है।
वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने सोमवार को कहा कि राज्य के लोगों ने कांग्रेस की विभाजकारी व जातीय राजनीति को खारिज कर दिया और बीजेपी के विकास मॉडल को वोट दिया। पार्टी का संसदीय बोर्ड मुख्यमंत्री के उम्मीदवार का फैसला करेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने भाजपा के विकास मॉडल को वोट दिया है। इसी वजह से बीते 22 सालों में सत्ता में रहने के बाद वह लगातार छठे कार्यकाल में सत्ता में आने में समर्थ हुई। कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री के लिए घटिया शब्दों का इस्तेमाल किया और राज्य के माहौल को दूषित किया, लेकिन राज्य के लोगों ने मोदी की नीतियों में निष्ठा जताई।