गुजरात एटीएस ने 1996 के हथियार जब्ती मामले के आरोपी को झारखंड से किया गिरफ्तार
By भाषा | Updated: December 27, 2020 19:23 IST2020-12-27T19:23:00+5:302020-12-27T19:23:00+5:30

गुजरात एटीएस ने 1996 के हथियार जब्ती मामले के आरोपी को झारखंड से किया गिरफ्तार
अहमदाबाद, 27 दिसंबर गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 1996 के आतंकवादी मामले के एक आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार किया है जो मेहसाणा में हथियारों और विस्फोटकों के खेप की जब्ती के सिलसिले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम और गैंगस्टर अबू सलेम के साथ वांछित था। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है।
विज्ञप्ति के अनुसार एक गुप्त सूचना मिली थी कि अब्दुल माजिद कुट्टी झारखंड में रह रहा है, उसके बाद एटीएस की एक टीम वहां गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार उसने अपना नाम बदलकर मोहम्मद कमाल कर लिया था।
एटीएस ने बताया, कुट्टी ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि वह 1996 के मामले में वांछित है।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर, 1996 में गुजरात पुलिस ने मेहसाणा से तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था तथा चार किलोग्राम आरडीएक्स, दस डिटोनेटर, 130 पिस्तौल, 113 मैगजीन और 750 कारतूसें जब्त की थीं।
एटीएस का कहना है कि विस्फोटकों की यह खेप राजस्थान की बाड़मेर सीमा के रास्ते तस्करी के माध्यम से पाकिस्तान से भारत पहुंचायी जा रही थी।
पुलिस ने 23 दिसंबर, 1996 को अजमेर के मोहम्मद फैजल मोहम्मद उस्मान, मुम्बई के अनवर कुरैशी और उत्तर प्रदेश के बरेली के शकील इब्राहिम कुरैशी के खिलाफ भादंसं, हथियार कानून और विस्फोटक कानून की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
एटीएस ने बताया कि बाद में इस मामले में कुट्टी, दाऊद इब्राहिम और अबू सलेम की भूमिका सामने आने के बाद मेहसाणा की एक अदालत ने उनके विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
एटीएस के अनुसार जब्त विस्फोटक और हथियार गणतंत्र दिवस पर गुजरात और महाराष्ट्र में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए थे।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ एटीएस ने अब्दुल माजिद कुट्टी के विरूद्ध जांच शुरू की। एटीएस के डीएसपी के के पटेल को सूचना मिली कि वांछित आतंकवादी कुट्टी ने अपना नाम बदलकर मोहम्मद कमाल कर लिया है और वह झारखंड के जमशेदपुर में रह रहा है। एटीएस की एक टीम झारखंड गयी और उसे गिरफ्तार कर यहां लायी। जब उससे पूछताछ की गयी तब उसने कबूला कि वह 1996 के मामले में वांछित है।’’
विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 1962 में मुम्बई में पैदा हुआ कुट्टी 1978 से 1984 तक दुबई में रहा था। वह दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, अबू सलेम, टाईगर मेनन और अंडरवर्ल्ड के अन्य सदस्यों के संपर्क में आया और मुंबई आने के बाद सोने की तस्करी तथा सीमाशुल्क की चोरी में लग गया।
एटीएस ने बताया कि कुट्टी अक्सर दुबई जाता था जहां वह 1996 में अबू सलेम से मिला जिसने उसे गुजरात और महाराष्ट्र में आतंकी गतिविधियों के लिए अजमेर से विस्फोटक और हथियार ले जाने को कहा। कुट्टी ने मोहम्मद फजल मोहम्मद उस्मान को मेहसाणा में यह खेप लेने भेजा।
पुलिस के अनुसार जब फजल और दो अन्य गिरफ्तार कर लिये गये और विस्फोटक एवं हथियार जब्त कर लिये गये तब कुट्टी सलेम के कहने पर बैंकाक चला गया जहां वह 1999 तक रहा।
बाद में अदालत ने फजल और दो अन्य को उम्रकैद की सजा सुनायी।
पुलिस के अनुसार इस बीच कुट्टी गुजरात के पोरबंदर के मामूमियां नामक एक व्यक्ति के संपर्क में आया और सोने की तस्करी शुरू कर दी। कुट्टी जमशेदपुर के मोहम्मद इनाम अली के संपर्क में आया जिसने उसे मोहम्मद कमाल के नाम से पटना से फर्जी पासपोर्ट दिलाने में मदद की। वह मई 2019 में भारत लौटा और फर्जी पहचान के आधार पर जमशेदपुर में रहने लगा।
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