राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा- कश्मीर जैसे समस्याग्रस्त इलाके में मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटा
By भाषा | Published: November 4, 2019 05:33 AM2019-11-04T05:33:56+5:302019-11-04T05:33:56+5:30
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को वापस लेते हुए उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों - जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख - में पांच अगस्त को बांट दिया था ।
गोवा के राज्यपाल के रूप में रविवार को शपथ लेने वाले सत्यपाल मलिक ने कहा कि वह कश्मीर में उन मुद्दों से सफलतापूर्वक निपटे, जिन्हें ‘‘समस्याग्रस्त जगह’’ के रूप में जाना जाता है, और शांतिपूर्ण तरीके से इस तटीय राज्य में अपना कार्यकाल व्यतीत करना चाहते हैं। जम्मू कश्मीर के अंतिम राज्यपाल के रूप में सेवायें दे चुके मलिक ने कहा कि जम्मू कश्मीर अब शांतिपूर्ण इलाका है और यह प्रगति के पथ पर चल पड़ा है ।
बम्बई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग ने उन्हें राज भवन में यहां पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । इस मौके पर मलिक ने कहा, ‘‘मैं कश्मीर से यहां आया हूं जिसे समस्याग्रस्त राज्य के तौर पर जाना जाता है । मैं वहां चीजों से सफलतापूर्वक निपटा हूं । जम्मू कश्मीर अब शांतिपूर्ण और अच्छा स्थान है जो अब प्रगति के पथ पर है । नेतृत्व वहां अविवादित है । वे अपना काम बेहतर तरीके से कर रहे हैं । इसलिए मुझे लगता है कि मैं यहां बहुत शांतिपूर्ण तरीके से समय बिताऊंगा ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यहां लोग अच्छे हैं । मुख्यमंत्री कम बात करते हैं लेकिन गोवा का नाम पूरी दुनिया में है ।’’ गौरतलब है कि मलिक (73) ने मृदुला सिन्हा का स्थान लिया है जो अगस्त 2014 से इस पद पर थीं। शपथग्रहण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति वहां मौजूद थे ।
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को वापस लेते हुए उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों - जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख - में पांच अगस्त को बांट दिया था । उल्लेखनीय है कि जी सी मुर्मू एवं राधाकृष्ण माथुर ने गुरूवार को क्रमश: जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के पहले उप राज्यपाल के तौर पर शपथ ली।