किसानों और नौजवानों के कल्याण के सरकारी दावे गीले पटाखों की तरह फुस्स : अखिलेश
By भाषा | Published: November 13, 2020 05:36 PM2020-11-13T17:36:48+5:302020-11-13T17:36:48+5:30
लखनऊ, 13 नवंबर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि किसान और नौजवान भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते गहरी मायूसी में हैं और इनके कल्याण के सरकार के तमाम दावे गीले पटाखों की तरह फुस्स हो गए हैं।
अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा कि प्रदेश के किसान और नौजवान गहरी मायूसी में हैं, इसके लिए देश की भाजपा सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि इन वर्गों की ऐसी बुरी हालत पहले कभी नहीं थी। सपा अध्यक्ष ने कहा कि इनकी दीपावली काली हो गई है और इनके कल्याण की राज्य सरकार की तमाम घोषणाएं और दावे गीले पटाखों की तरह फुस्स हो गए हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के ताजा सर्वे के अनुसार देश में अगले 12 महीनों में 57 फीसदी लोगों की नौकरियां जाने की आशंका है। देश के इतिहास में पहली बार भयंकर मंदी आने का अंदेशा है। भाजपा सरकार के खोखले वादों का इस रिपोर्ट में खुलासा होता है।
उन्होंने कहा कि किसान का धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिकने के बजाय बिचैलियों-आढ़तियों की भेंट चढ़ गया। विडम्बना तो यह है कि स्वयं प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र में धान खरीद के हालात अच्छे नहीं है। वहां 40 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य था किन्तु अभी तक सिर्फ 670 मीट्रिक टन धान ही खरीदा जा सका है। कई जगह तो कागजों पर धान क्रय केन्द्र चल रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि पराली के नाम पर किसानों को जेल में डालने वाली सरकार धान की कीमत देने में विफल साबित हुई है।
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