"सरकार किसी को इजरायल जाने के लिए मजबूर नहीं कर रही है", मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने श्रमिकों की भर्ती वाले विज्ञापन पर कहा

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 20, 2023 03:37 PM2023-12-20T15:37:17+5:302023-12-20T16:04:26+5:30

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इज़रायल भेजे जाने वाले 10,000 श्रमिकों की भर्ती वाले विज्ञापन पर कहा कि सरकार किसी को इजरायल जाने के लिे मजबूर नहीं कर रही है।

"Government is not forcing anyone to go to Israel", Chief Minister Manohar Lal Khattar said on advertisement for recruitment of workers | "सरकार किसी को इजरायल जाने के लिए मजबूर नहीं कर रही है", मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने श्रमिकों की भर्ती वाले विज्ञापन पर कहा

फाइल फोटो

Highlightsखट्टर ने इज़रायल भेजे जाने वाले 10,000 श्रमिकों की भर्ती वाले विज्ञापन पर उठे विवाद पर सफाई दीसीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सरकार किसी को इजरायल जाने के लिए मजबूर नहीं कर रही हैयह हरियाणा के लोगों की पसंद पर निर्भर है कि वे इजरायल जाना चाहते हैं या नहीं

चंडीगढ़:हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इज़रायल भेजे जाने वाले 10,000 निर्माण श्रमिकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने के अपनी सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, "सरकार की ओर से किसी को भी जाने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। यह उनकी पसंद पर निर्भर है कि वे जाना चाहते हैं या नहीं।"

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीएम खट्टर ने कहा, "विभिन्न देशों में जहां जरूरत होगी, हम वहां मैनपावर सप्लाई करने के लिए तैयार हैं। इजरायल ने हमसे 1000 मैनपावर मांगी। हमने एक विज्ञापन जारी किया कि जो कुशल हैं, वे आवेदन करें। वहां ऐसे बहुत से देश हैं, जहां जनशक्ति की आवश्यकता है। युवाओं को व्यवस्थित रूप से भेजा जाना चाहिए और सभी कानूनी प्रक्रियाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।"

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, "सरकार की ओर से किसी को भी जाने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है और ऐसा नहीं है कि कोई भी इजरायल में नहीं रहता है। पहले विभिन्न देशों के लोग आते थे, हमारे लोग जाएंगे, हमने उन्हें कानूनी चैनल प्रदान कर रहे हैं।"

मालूम हो कि इजरायल में श्रमिकों की जरूरत पूरा करने के लिए हरियाणा सरकार ने 10,000 निर्माण श्रमिकों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि श्रमिकों को इज़रायल भेजा जाएगा, जो पिछले दो दो महीने से अधिक समय से हमास के साथ युद्ध में लगा हुआ है है। जिसके कारण उसे निर्माण क्षेत्र में मजदूरों की भारी कमी का सामना कर रहा है।

इससे पहले इजरायल के निर्माण क्षेत्र ने कहा था कि उसने 90,000 फ़िलिस्तीनियों के स्थान पर भारत से 100,000 श्रमिकों को काम पर रखने के लिए कंपनियों को अनुमति देने के लिए कहा था। जिन्होंने इज़रायल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से अपना वर्क परमिट खो दिया था।

इज़रायल बिल्डर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैम फीग्लिन ने कहा था, "अभी हम भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं। हम इसे मंजूरी देने के लिए इजरायली सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हम पूरे क्षेत्र को चलाने के लिए भारत से 50,000 से 100,000 श्रमिकों को शामिल करेंगे।"

उन्होंने कहा, "हम युद्ध में हैं और फिलिस्तीनी श्रमिक, जो कि इस क्षेत्र में हमारे मानव संसाधनों का लगभग 25 फीसदी हैं। उन्हें इज़रायल में काम करने की अनुमति नहीं है।"

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