गूगल ने केवी पुट्टप्पा पर बनाया डूडल, जानिए कौन हैं यह शख्‍सियत

By स्वाति सिंह | Updated: December 29, 2017 08:26 IST2017-12-29T02:07:33+5:302017-12-29T08:26:03+5:30

कुवेम्पु का जन्म 29 दिसंबर 1904 को कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के कोपा तालुक में बोम्मालपुरा के पास हिरेकोडीज में हुआ था।

Google Doodle honours Indian novelist Kuppali Venkatappa Puttappa | गूगल ने केवी पुट्टप्पा पर बनाया डूडल, जानिए कौन हैं यह शख्‍सियत

गूगल ने केवी पुट्टप्पा पर बनाया डूडल, जानिए कौन हैं यह शख्‍सियत

गूगल ने 29 दिसंबर का डूडल कन्नड़ उपन्यासकार कुप्पली वेंकटप्पा पुट्टप्पा पर आधारित बनाया है। वह अपने एक और नाम कुवेम्पु या केवी पुट्टप्पा से भी प्रसिद्ध भी थे। वह एक उपन्यासकार, कवि, नाटककार, आलोचक और विचारक थे। इन्हें 20वीं शताब्दी का सबसे बड़ा कन्नड़ कवि माना जाता है। 

कुप्पली कन्नड़ लेखकों में पहले थे जिन्हें प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया था। कन्नड़ साहित्य में उनके योगदान के लिए कर्नाटक सरकार ने उन्हें 1958 में राष्ट्रकवि ("राष्ट्रीय कवि") और 1992 में कर्नाटक रत्न ("कर्नाटक के रत्न") से सम्मानित किया। 

"यूनिवर्सल ह्यूमनिज्म" (उनके अपने शब्दों में, "विश्व मणवत्ता वादा") में उनके योगदान से आधुनिक भारतीय साहित्य को एक अनोखी जगह मिली। 1988 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म विभूषण से नवाजा। उन्होंने कर्नाटक राज्य के गीत जया भरत जान्याया तनुजाते को लिखा।

कुवेम्पु का जन्म 29 दिसंबर 1904 को कर्नाटक के चिकमगलूर जिले के कोपा तालुक में बोम्मालपुरा के पास हिरेकोडीज में हुआ था। उन्होंने 30 अप्रैल 1 9 37 को हेमवती से शादी की। कुवेम्पू के दो पुत्र हैं, के पी पूर्णाचंद्र तेजस्वि, कोकलोदया चैत, और दो बेटियां, इंदुकला और थारीनी। 11 नवंबर 1994 को प्रसिद्ध उपन्यासकार पुट्टप्पा का निधन हो गया।

Web Title: Google Doodle honours Indian novelist Kuppali Venkatappa Puttappa

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