गोवा के आर्कबिशप ने की NPR-NRC पर रोक की अपील, कहा-देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के खिलाफ है CAA, वापस ले मोदी सरकार
By स्वाति सिंह | Published: February 9, 2020 11:48 AM2020-02-09T11:48:18+5:302020-02-09T11:48:18+5:30
गोवा और दमन के आर्चबिशप फादर फिलिप नेरी फेराओ ने केन्द्र सरकार से ‘‘ तत्काल एवं बिना किसी शर्त’’ संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) वापस लेने और ‘‘असहमति जताने के अधिकार’’ को दबाना बंद करने की अपील की है।
आर्चबिशप ने सरकार से राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को देशभर में लागू ना करने की अपील भी की है।
गोवा गिरजाघर की एक शाखा ‘सोसाइटी फॉर सोशल कम्युनिकेशंस मीडिया’ ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘आर्चबिशप और गोवा का कैथोलिक समुदाय सरकार से भारत के लाखों लोगों की आवाज सुनने, असहमति जाहिर करने के अधिकार को ना दबाने और इन सबसे अधिक संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को वापस लेने और एनआरसी एवं एनपीआर को लागू ना करने की अपील करता है।’’
Filipe Neri Ferrão, Goa Archbishop: The very fact that CAA uses religion, goes against secular fabric of country. It goes against spirit&heritage of our land which, since times immemorial, has been a welcoming home to all, founded on the belief that whole world is one big family. pic.twitter.com/UvUl5RUkwP
— ANI (@ANI) February 9, 2020
गिरजाघर ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर ‘‘विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण’’ है और यह निश्चित तौर पर हमारे जैसे बहु-सांस्कृतिक लोकतंत्र पर ‘‘नकारात्मक और हानिकारक प्रभाव’’ डालेगा।