पश्चिम बंगाल में बीजेपी का कुनबा बढ़ाने का सिलसिला लगातार जारी है. टीएमसी के पार्षदों, विधायकों के बाद आज गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के 17 पार्षदों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.
कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में जीएमएम के पार्षद बीजेपी में शामिल हुए. जीएमएम की राजनीति दार्जिलिंग में काफी मजबूत मानी जाती है. दार्जिलिंग को अलग राज्य घोषित किए जाने को लेकर पार्टी ने लम्बे समय से बंगाल में आंदोलन चलाया है.
दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में सभी पार्षदों के साथ कैलाश विजयवर्गीय ने प्रेस को संबोधित किया. इससे पहले टीएमसी के दर्जनों पार्षद, दो विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
सीपीएम के भी एक विधायक ने भाजपा ज्वाइन किया था. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 18 सीटें जीतने में सफलता पायी थी. बीजेपी के नेताओं ने दावा किया है कि बंगाल में अगले 6 महीने में टीएमसी के कई विधायक पार्टी के साथ आयेंगे. वहीं, बंगाल में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भी कहा था कि ममता दीदी के 50 विधायक उनके संपर्क में हैं.
बीजेपी की नजर अब 2021 में बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है. पार्टी इसके लिए दूसरे दलों से नेताओं को आयातित कर रही है. हाल ही में मुकुल रॉय के बेटे ने भी भाजपा ज्वाइन कर लिया था.