मशहूर लेखिका गीता मेहता ने पद्मश्री पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गीता को पद्मश्री से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन गीता मेहता ने एक प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि अवार्ड लेने का ये सही समय नहीं है। गौरतलब है कि गीता मेहता ओडिशा के राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता बीजू पटनायक ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और भाई नवीन पटनायक राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं।
गीता मेहता ने अपने प्रेस वक्तव्य में कहा, 'मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं कि भारत सरकार ने मुझे पद्म श्री जैसे सम्मान के लायक समझा। लेकिन अफसोस के साथ मुझे इसे लेने से इनकार करना पड़ रहा है। देश में आम चुनाव नजदीक हैं और अवॉर्ड की टाइमिंग से समाज में गलत संदेश जाएगा, जो मेरे और सरकार दोनों के लिए शर्मिंदगी की बात होगी। इसका मुझे हमेशा अफसोस रहेगा।'
गीता मेहता के पति ने बराक ओबामा समेत कई बेस्ट सेलर किताबों का प्रकाशन किया है। गीता ने अपने 40 साल के साहित्यिक जीवन में कई उल्लेखनीय पुस्तकों की रचना की है। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ही उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री के लिए चुना गया था।