गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला पर कसा तंज, कहा- 'बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से होय'
By एस पी सिन्हा | Updated: October 29, 2024 17:22 IST2024-10-29T17:22:55+5:302024-10-29T17:22:55+5:30
मंगलवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि जहां उनका शासन होता है, वहां आमतौर पर इन दोनों ही नेताओं को कुछ और दिखाई देता है। जिसे मौजूदा राजनीतिक परिदश्य को ध्यान में रखते हुए किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।

गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला पर कसा तंज, कहा- 'बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से होय'
पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में हुई बढ़ोतरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बोया पेड़ बबूल का, आम कहां से होय? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला के साथ खड़े हैं, जो पाकिस्तान की बात करते हैं, तो अब राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए कि जब एलजी का जमाना था, तब हमले क्यों नहीं हो रहे थे? अब शुरू क्यों हो गए हैं? वहीं, विपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की राजनीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इन दोनों ही नेताओं को हिंदू दिखाई नहीं देते हैं।
मंगलवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि जहां उनका शासन होता है, वहां आमतौर पर इन दोनों ही नेताओं को कुछ और दिखाई देता है। जिसे मौजूदा राजनीतिक परिदश्य को ध्यान में रखते हुए किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
वहीं, दिवंगत मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा के राजद में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि लालू जी ने बिहार की जनता को अच्छा संदेश दिया है कि मैं 2006 के पहले वाला सब कुछ ठीक कर रहा हूं। गिरिराज सिंह कहा कि दीपावली और छठ हिंदुओं के लिए सबसे बड़ा पर्व है। सरकार को इस मौके पर सरकारी छुट्टी घोषित करनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोग त्योहार की खुशी आपस में बांट सके।
उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दंगा कोई और नहीं बल्कि तेजस्वी यादव खुद ही कराना चाहते हैं। मेरी नियत तो साफ है। मैं तो सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं कि “बंटोगे तो कटोगो। मैं शुरू से ही यह नारा दे रहा हूं और आगे भी यही देता रहूंगा। मैं हिंदुओं को एकजुट करने के मकसद से ही हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाल रहा हूं, जिसे अधिक से अधिक संख्या में लोग शामिल होते हुए नजर आ रहे हैं।