लोकसभा चुनाव 2019 में भी 'बजरंगबली' चर्चा में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बजरंगबली वाले बयाने के बाद, मायावती भी इसपर चुनावी दांव खेल चुकी हैं। वहीं, सपा नेता आजम खान ने भी 'बजरंगबली' को लेकर विवादित बयान दिया था। आजम खान के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है। गिरिराज सिंह बिहार बेगूसराय लोकसभा सीट के उम्मीदवार हैं।
गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ''आजम खान ने पहले प्रधानमंत्री मोदी जी को गाली दिया अब हमारे भगवान को गाली दे रहा...आजम खान ,बेगूसराय का चुनाव खत्म होने के बाद रामपुर आके हम बताएंगे कि बजरंगबली क्या हैं।'' ट्वीट के साथ गिरिराज सिंह ने आजम खान का एक न्यूज चैनल का वीडियो भी शेयर किया है।
आजम खान का 'बजरंगबली' पर बयान
आजम खान ने कहा था, 'अली और बजरंगबली में झगड़ा मत करवाओ। मैं इसके लिए एक नाम दिए देता हूं। बजरंग अली से मेरा दीन कमजोर नहीं होता। योगी जी ने कहा कि हनुमान जी दलित थे और फिर उनके किसी साथी ने कहा कि हनुमान जी ठाकुर थे। फिर पता चला कि वह ठाकुर नहीं जाट थे। फिर किसी ने कहा कि वह हिंदुस्तान के नहीं श्रीलंका के थे लेकिन बाद में एक मुसलमान ने कहा कि बजरंगबली मुसलमान थे। झगड़ा ही खत्म हो गया। अली और बजरंग एक हैं। बजरंग अली तोड़ दो दुश्मन की नली। बजरंग अली ले लो जालिमों की बलि।'
सीएम योगी का 'बजरंगबली' को लेकर बयान
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में अहम शख्सियत 'अली' और हिंदू देवता 'बजरंगबली' के बीच मुकाबले से की थी। सीएम योगी ने कहा था, 'अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंगबली पर विश्वास है।'
मायावती की 'बजरंगबली' टिप्पणी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 'अली' और 'बजरंगबली' वाली टिप्पणी पर कहा , ''हमारे अली और बजरंगबली दोनों हैं। 'बजरंगबली इसलिए चाहिए क्योंकि ये हमारी दलित जाति से जुड़े हैं। इनकी जाति की खोज मैंने नहीं की है, खुद यूपी सीएम ने की है।''
बेगूसराय लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
बेगूसराय लोकसभा सीट से गिरिराज सिंह के खिलाफ कन्हैया कुमार और राजद प्रत्याशी तनवीर हसन मैदान में हैं। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव होंगे।
बिहार में पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण 23 अप्रैल, चौथा चरण 29 अप्रैल, पांचवां चरण 6 मई, छठा चरण 12 मई तथा सातवां चरण 19 मई को होगा। वोटों की गिनती 23 मई को होगी। 18 अप्रैल को बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर में मतदान होने वाले हैं। पहले चरण के मतदान में 11 अप्रैल को जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा में चुनाव हुए। पहले चरण में बिहार की चार लोकसभा सीटों पर सिर्फ 50 प्रतिशत मतदान हुए हैं।