बाबरी मस्जिद विध्वंसः बोले गिरिराज सिंह, दूध का दूध और पानी का पानी हो गया, देश के सामने आया सच
By रामदीप मिश्रा | Published: September 30, 2020 04:28 PM2020-09-30T16:28:46+5:302020-09-30T16:28:46+5:30
विशेष सीबीआई न्यायाधीश एस. के. यादव अपराह्न 12 बजकर 10 मिनट पर अदालत कक्ष में पहुंचे और अगले पांच मिनट में फैसले का मुख्य भाग पढ़ते हुए उन्होंने सभी अभियुक्तों को बरी करने का निर्णय सुनाया। न्यायाधीश यादव आज ही औपचारिक रूप से सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं।
नई दिल्लीः बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह समेत 32 अभियुक्तों को बड़ी राहत देते हुए सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार को उन्हें इस मामले में बरी कर दिया। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस निर्णय के लिए कोर्ट को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले कोर्ट को इस निर्णय के लिए धन्यवाद देता हूं कि सच को दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। अपने सारे नेताओं को भी धन्यवाद देता हूं कि देश के सामने सच आ गया।'
गिरिराज सिंह ने कहा, 'आजादी के बाद से ही भारत की संस्कृति में रोड़ा अटकाने वाले, लोकतंत्र के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले खासकर एक पार्टी विशेष कांग्रेस, जिन्होंने कोर्ट में अटकाने का काम किया।'
आपको बता दें, अदालत ने कहा कि सीबीआई इस मामले में निष्कर्ष पर पहुंचने योग्य साक्ष्य पेश नहीं कर सकी, जांच एजेंसी बाबरी मस्जिद ढहाने वाले कारसेवकों की ढांचा विध्वंस के इस मामले में अभियुक्त बनाए गए लोगों से कोई सांठगांठ साबित नहीं कर सकी है।
आज़ादी के बाद से ही भारत की संस्कृति में रोड़ा अटकाने वाले, लोकतंत्र के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले खासकर एक पार्टी विशेष कांग्रेस, जिन्होंने कोर्ट में अटकाने का काम किया : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह https://t.co/Z8GzEV06V9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2020
विशेष सीबीआई न्यायाधीश एस. के. यादव अपराह्न 12 बजकर 10 मिनट पर अदालत कक्ष में पहुंचे और अगले पांच मिनट में फैसले का मुख्य भाग पढ़ते हुए उन्होंने सभी अभियुक्तों को बरी करने का निर्णय सुनाया। न्यायाधीश यादव आज ही औपचारिक रूप से सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं।
खुली अदालत में अपना फैसला पढ़ते हुए न्यायाधीश यादव ने कहा कि सीबीआई द्वारा सबूत के तौर पर पेश विवादित ढांचा ढहाये जाने से संबंधित अखबारों की कतरन अदालत में स्वीकार्य नहीं हैं क्योंकि उनकी मौलिक प्रति अदालत में पेश नहीं की गई। इसके अलावा घटना की तस्वीरों के नेगेटिव भी अदालत को नहीं दिए गए।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले 32 आोरोपियों की लिस्ट
लालकुष्ण आडवाणी
मुरली मनोहर जोशी
कल्याण सिंह
उमा भारती
विनय कटियार
साध्वी ऋतंभरा
महंत नृत्य गोपाल दास
डा. राम विलास वेदांती
चंपत राय
महंत धर्मदास
सतीश प्रधान
पवन कुमार पांडेय
लल्लू सिंह
प्रकाश शर्मा
विजय बहादुर सिंह
संतोष दूबे
गांधी यादव
रामजी गुप्ता
ब्रज भूषण शरण सिंह
कमलेश त्रिपाठी
रामचंद्र खत्री
जय भगवान गोयल
ओम प्रकाश पांडेय
अमर नाथ गोयल
जयभान सिंह पवैया
साक्षी महाराज
विनय कुमार राय
नवीन भाई शुक्ला
आरएन श्रीवास्तव
आचार्य धमेंद्र देव
सुधीर कुमार कक्कड़
धर्मेंद्र सिंह गुर्जर