गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल समाज में विभाजन पैदा करते हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 20, 2022 05:25 PM2022-03-20T17:25:01+5:302022-03-20T17:29:52+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल धर्म, जाति और अन्य कई आधार पर चौबीसों घंटे विभाजन पैदा करते रहे हैं। मैं अपनी पार्टी सहित किसी भी दल को इसके लिए माफ नहीं कर रहा हूं।
जम्मू:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को स्वीकार किया कि कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल जाति और धार्मिक आधार पर लोगों के बीच विभाजन पैदा करते हैं।
इसके साथ ही आजाद ने कहा कि इन मतभेदों के बावजूद समाज को एकजुट रहना चाहिए और सभी को धर्म, जाति या पंथ की परवाह किए बगैर निष्पक्ष न्याय दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "राजनीतिक दल धर्म, जाति और अन्य कई आधार पर चौबीसों घंटे विभाजन पैदा करते रहे हैं। मैं अपनी पार्टी कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी को इसके लिए माफ नहीं कर रहा हूं। नागरिक समाज को एक साथ रहना चाहिए।"
गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में आयोजिक एक कार्यक्रम में कहा कि सभी को समान रूप से जाति और धर्म के बंधनों के परे जाकर निष्पक्ष न्याय दिया जाना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने 90 के दशक में हुए हुए हिंसा के लिए पाकिस्तान और उग्रवाद को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसने सभी हिंदुओं, कश्मीरी पंडितों, कश्मीरी मुसलमानों और डोगराओं को प्रभावित किया।
आजाद की यह टिप्पणी हाल ही में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर उठे विवाद के बीच आई है, जिसमें 90 के दशक में घाटी से हुए कश्मीरी पंडितो के पलायन को फिल्माया गया है।
विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' ने देश के सामाजिक-राजनीतिक हलकों में विचारों को तेजी से विभाजित किया है। जहां कुछ ने इसे एक संवेदनशील विषय पर साहसिक और चित्रण के लिए सराहा है, वहीं दूसरी तरफ लोग इस फिल्म के जरिये घाटी में बहुसंख्यक मुसलमानों की गलत छवि को पेश करने का आरोप लगा रहे हैं।
फिल्म को आलोचकों और दर्शकों से मिलीजुली प्रतिक्रिया के बावजूद फिल्म को केंद्र सरकार से समर्थन मिला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सत्तारूढ़ भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।
'द कश्मीर फाइल्स' में दिखाये गये घटनाओं के फिल्मांकन को लेकर भाजपा और विपक्षी दल आपस में भिड़ गए हैं। वहीं इस फिल्म को भाजपा शासित राज्यों ने टैक्स फ्री भी घोषित कर दिया है।