गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के कवि नगर में स्थित गौर होम्स सोसायटी में बुधवार को एक अपार्टमेंट की नौवीं मंजिल की बालकनी से गिरकर 12 साल की बच्ची और उसके पालतू कुत्ते की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की अपने पालतू कुत्ते की जान बचाने की कोशिश कर रही थी, जो बालकनी के लोहे की ग्रिल के बीच फंस गया था।
इसी दौरान बच्ची का भी संतुलन बिगड़ा और वह फिसल गई। इसके बाद बिल्डिंग से गिरने पर बच्ची और पालतू कुत्ते की मौत हो गई। हादसे के बाद लड़की के परिवार ने पोस्टमार्टम करवाने या पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया। पुलिस ने भी हालांकि किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया और कहा कि यह एक दुर्घटना थी।
खेल-खेल में ग्रिल में फंसा कुत्ता
पुलिस के मुताबिक ज्योत्सना शर्मा नाम की बच्ची अपने कमरे में कुत्ते के साथ खेल रही थी। इसी दौरान कुत्ता बालकनी की ओर भागा और बालकनी के ग्रिल में फंस गया। हादसे के समय मां किरण रसोई में व्यस्त थी जबकि उसके पिता ललित काम पर बाहर गए हुए थे। ललित एक निजी फर्म में मार्केटिंग मैनेजर हैं।
खेलते समय ही 4 से 5 महीने का पिल्ला बालकनी की लोहे की दो ग्रिलों के बीच फंस गया था। ज्योत्सना ने पीछे से खींचने की कोशिश की लेकिन हर बार पिल्ले का सिर इसमें फंस रहा था।
इसके बाद ज्योत्सना ने उसे पीछे से खींचने की कोशिश की। इसके लिए वह ग्रुल पर चढ़ गई और दूसरी ओर से पिल्ले का सिर पकड़कर उसे बाहर निकालने की कोशिश करने लगी। इसी दौरान वह फिसल गई।
मां पहुंची पर नहीं बचा सकी बेटी की जान
ज्योत्सना ने एक समय कुछ देर के लिए बालकनी का ग्रिल पकड़ लिया था और वो लटकी हुई थी। ज्योत्सना की चीख-पुकार सुन उसकी मां भी मदद के लिए पहुंची और हाथ बढ़ाया लेकिन बेटी को नहीं पकड़ सकी। गिरते समय ज्योत्सना के एक हाथ में पालतू कुत्ते का सिर भी था और ऐसे में दोनों एक साथ 9वें फ्लोर से नीचे सड़क पर जा गिरे।
कुत्ते की मौके पर ही मौत हो गई जबकि लड़की को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही ग्रेटर नोएडा में घटना हुई थी जहां हाउसिंग सोसाइटी में सीढ़ी की रेलिंग से फिसलते हुए 12 मंजिल गिरने के बाद एक साल की बच्ची की मौत हो गई थी।