कांग्रेस में होने और कांग्रेस का होने में जमीन-आसमान का फर्क?, महासचिव जयराम रमेश ने शशि थरूर पर किया कटाक्ष, सरकार ने ईमानदारी नहीं सिर्फ शरारत दिखाई

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 17, 2025 16:02 IST2025-05-17T16:01:12+5:302025-05-17T16:02:46+5:30

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद संजय झा, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे।

General Secretary Jairam Ramesh takes dig Shashi Tharoor world difference being in Congress and being of Congress governmentshown mischief not honesty | कांग्रेस में होने और कांग्रेस का होने में जमीन-आसमान का फर्क?, महासचिव जयराम रमेश ने शशि थरूर पर किया कटाक्ष, सरकार ने ईमानदारी नहीं सिर्फ शरारत दिखाई

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Highlightsनेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद कहा कि जब राष्ट्रीय हित को बात होगी तो वह अपनी सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे।ईमानदारी नहीं सिर्फ शरारत दिखाई है और वह ध्यान भटकाने का खेल खेल रही है क्योंकि उसका विमर्श ‘पंचर’ हो गया है।शनिवार को कहा कि जब राष्ट्रीय हित की बात होगी तो वह सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।

नई दिल्लीः कांग्रेस ने विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शशि थरूर के शामिल होने की घोषणा के बाद उन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि ‘‘ कांग्रेस में होने और कांग्रेस का होने में जमीन-आसमान का फर्क है। ’’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने शनिवार को कहा कि विदेश जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व थरूर करेंगे। थरूर ने विदेश जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद कहा कि जब राष्ट्रीय हित को बात होगी तो वह अपनी सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे।

 

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शशि थरूर का नाम लिए बगैर कहा कि ‘‘कांग्रेस में होने और कांग्रेस के होने में जमीन आसमान का फर्क है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले में ईमानदारी नहीं सिर्फ शरारत दिखाई है और वह ध्यान भटकाने का खेल खेल रही है क्योंकि उसका विमर्श ‘पंचर’ हो गया है।

उनका यह भी कहा कि यह अच्छी लोकतांत्रिक परंपरा रही है कि आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने वाले सांसद अपनी पार्टी नेतृत्व से अनुमति लेते हैं। थरूर ने विदेश जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद शनिवार को कहा कि जब राष्ट्रीय हित की बात होगी तो वह सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।

लोकसभा सदस्य थरूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, "हाल की घटनाओं पर हमारे देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए पांच प्रमुख राजधानियों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए भारत सरकार के निमंत्रण से मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, "जब राष्ट्रीय हित की बात हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो तो मैं उपलब्ध रहूंगा। जय हिंद।"

सरकार इस महीने के अंत में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों में भेजेगी ताकि पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद संजय झा, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे। इनमें से चार नेता सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हैं, जबकि तीन विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन से हैं।

Web Title: General Secretary Jairam Ramesh takes dig Shashi Tharoor world difference being in Congress and being of Congress governmentshown mischief not honesty

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