सेना प्रमुख रावत ने ललकारा, 'मैं बता देता हूं, अगली लड़ाई ऐसी होगी'
By जनार्दन पाण्डेय | Published: October 23, 2018 05:39 PM2018-10-23T17:39:15+5:302018-10-23T17:39:15+5:30
साक्षात्कार में जनरल बिपिन रावत ने कहा, "नई फौज को तकनीकी तौर पर बेहद सुदृढ़ बनाया जा रहा है। यह एक रात में नहीं होगा। लेकिन हो जाएगा। इसके लिए सरकार से साल 2019 में कुछ और अप्रूवल लेने होंगे। लेकिन पहले अपनी टुकड़ियों का सेना खुद ही समीक्षा करेगी।"
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को बीते कुछ सालों में भारतीय सेना की बढ़ी क्षमताओं का उल्लेख किया। हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा, मैं यह साफ-साफ बता देता हूं, आने वाली लड़कियां वैसी नहीं लड़ सकता, जैसी पिछली लड़ी थी।
उन्होंने बताया, भारतीय सेना महीने-दर-महीने मजबूती की तरफ बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया भविष्य की लड़ाइयों के लिए भारती सेना बेहद मजबूत टुकड़ियां तैयार कर रही है। इनमें चार ट्रूप खास तौर पर तैयार किए जा रहे हैं।
इन चार खास दलों में करीब एक लाख से ज्यादा जवानों को ना केवल तकनीकी तौर पर बल्कि एक मिशन को अंजाम देने के लिए जरूरी सारी शिक्षा दी जा रही है।
उन्होंने बताया बीते कुछ समय से भारतीय सेना ने अपने जवानों की क्षमताओं को बढ़ाने में पूरा ध्यान लगा दिया। इसके लिए कई आर्मी हेडक्वार्ट्स की कटौती करनी पड़ी।
साक्षात्कार में जनरल बिपिन रावत ने कहा, "नई फौज को तकनीकी तौर पर बेहद सुदृढ़ बनाया जा रहा है। यह एक रात में नहीं होगा। लेकिन हो जाएगा। इसके लिए सरकार से साल 2019 में कुछ और अप्रूवल लेने होंगे। लेकिन पहले अपनी टुकड़ियों का सेना खुद ही समीक्षा करेगी।"
इस मसले पर पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर (सेवानिवृत) ने बताया कि कई पश्चिमी देशों ने अपनी सेनाओं का कायाकल्प किया है। भारतीय सेना को भी वहां से सीख लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा, अब आधुनिक युग के हथियारों जैसे स्पेस-एज-वीपन, युद्ध का आभाष पहले ही करा देने वाले हथियारों की बात होती है, ऐसे में जरूरत है उन्हें प्रयोग में लाने की।
ल्यूटिनेंट जनरल एबी शिवाने (सेवानिवृत) ने बताया कि अगस्त 2017 में शेतकर कमेटी के तहत 57000 जवानों की भूमिका में बदलाव किया गया था। उन्हें लड़ाकू भूमिकाओं में डाला गया था। जहां उन्हें खासतौर पर लड़ाई से संबंतिध प्रशिक्षण दिया जाना था।