पूर्वोत्तर में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए नये तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं गिरोह : पुलिस
By भाषा | Published: August 30, 2021 07:46 PM2021-08-30T19:46:57+5:302021-08-30T19:46:57+5:30
मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए असम सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई के बाद, पूर्वोत्तर राज्यों में नशीले पदार्थों के तस्कर अब महिलाओं को तस्करों के रूप में इस्तेमाल करने के अलावा ट्रकों की बजाय छोटे वाहनों में मादक पदार्थों की ढुलाई जैसे नये-नये तरीके अपना रहे हैं। गुवाहाटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त हरमीत सिंह के मुताबिक शहर की पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए गए अभियान में कम से कम 126 लोगों को गिरफ्तार किया है और केवल एक महीने के भीतर 21 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की हेरोइन, कोकीन और ब्राउन शुगर जब्त की है। पुलिस आयुक्त ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, "यह देखना दिलचस्प है कि अब वे (मादक पदार्थों के तस्कर) पुलिस की नज़रों से बचने के लिए महिला तस्करों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन वे हमें चकमा नहीं दे सकते। हमारे दबाव के कारण महिलाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है।" उन्होंने बताया कि हाल ही मिजोरम से आ रही एक महिला को 8,500 याबा की गोलियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा शहर की पुलिस ने ब्राउन शुगर और हेरोइन के साथ दो स्थानीय महिला तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी का नेटवर्क, जो म्यांमार में सीमा पार से शुरू होता है और फिर मिजोरम और मणिपुर के रास्ते भारत में प्रवेश करता है, और शहर से देश के बाकी हिस्सों में जाता है। इस नेटवर्क पर पुलिस ने कड़ा शिकंजा कसते हुए कई तस्करों को गिरफ्तार भी किया है। हरमीत सिंह ने कहा, "अभी कुछ दिन पहले, हमने मणिपुर के चूड़ाचांदपुर से हेरोइन के एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा दिल्ली से कोकीन के एक तस्कर को पकड़ा था। मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क ने अब तस्करी करने की अपनी रणनीति बदल दी है। पहले वे बड़े वाहनों में नशीले पदार्थ लाते थे, लेकिन अब वे छोटे वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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