G20 Summit 2023: नौ और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन, दिल्ली में क्या बंद है और क्या ओपन, यहां जानें सबकुछ
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 5, 2023 01:02 PM2023-09-05T13:02:20+5:302023-09-05T13:03:39+5:30
G20 Summit: नई दिल्ली क्षेत्र में क्लाउड किचन और डिलीवरी सेवाओं की अनुमति नहीं दी जाएगी। किराना स्टोर, एटीएम और मेडिकल स्टोर जैसी आवश्यक सेवाएँ विनियमित क्षेत्र में खुली रहेंगी।

G20 Summit 2023: नौ और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन, दिल्ली में क्या बंद है और क्या ओपन, यहां जानें सबकुछ
नई दिल्लीः भारत नौ और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। यदि आप इस सप्ताह के अंत में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मध्य दिल्ली में रहने की योजना बना रहे हैं, तो पहले रूट के बारे में जानकारी हासिल कर लें। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए हैं।
9 और 10 सितंबर को शिखर सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में भारत मंडपम सहित नई दिल्ली क्षेत्र में प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। धौला कुआँ, खान मार्केट, जनपथ और भीकाजी कामा प्लेस इलाके में जरूरी काम हो तो जाएं। नई दिल्ली क्षेत्र में क्लाउड किचन और डिलीवरी सेवाओं की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालाँकि, किराना स्टोर, एटीएम और मेडिकल स्टोर जैसी आवश्यक सेवाएँ विनियमित क्षेत्र में खुली रहेंगी।
आईआईटी और सदर बाजार छावनी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे
राजधानी शहर में कहीं भी यात्रा करने के लिए मेट्रो सेवाएं चालू रहेंगी। यदि आप मध्य दिल्ली के किसी भी क्षेत्र में जाने का इरादा रखते हैं, तो सलाह दी जाती है कि पहले से योजना बनाकर मेट्रो का विकल्प चुनें। इस दौरान मोती बाग, भीकाजी कामा प्लेस, मुनिरका, आरके पुरम, आईआईटी और सदर बाजार छावनी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे।
खान मार्केट में गेट नंबर 1, 2 और 3 बंद रहेंगे, जबकि गेट नंबर 4 प्रवेश और निकास दोनों के लिए खुला रहेगा। नई दिल्ली जिले के नियंत्रित क्षेत्र के सभी थिएटर और रेस्तरां बंद रहेंगे। कुछ राष्ट्राध्यक्ष मौर्य शेरेटन, लोधी होटल और हयात जैसे विशिष्ट होटलों में रुकेंगे, जो एनडीएमसी क्षेत्र के बाहर हैं और सामान्य रूप से कार्य करेंगे।
नियंत्रित क्षेत्र में कारों और साइकिलों सहित वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी। सलाह दी जाती है कि शिखर सम्मेलन के दौरान सुबह की सैर पर न जाएं। संपूर्ण नई दिल्ली जिले को "नियंत्रित क्षेत्र-I" के रूप में नामित किया जाएगा, जबकि रिंग रोड (महात्मा गांधी मार्ग) से घिरे क्षेत्र को शुक्रवार सुबह 5 बजे से रविवार की आधी रात तक "विनियमित क्षेत्र" के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।
स्वागत कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) निर्मित एक 'अवतार' करेगा
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत मंडपम में आयोजित 'लोकतंत्र की जननी' प्रदर्शनी को देखने के लिए आने वाले राष्ट्र प्रमुखों और अन्य शीर्ष नेताओं का स्वागत कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) निर्मित एक 'अवतार' करेगा। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, इस प्रदर्शनी में वैदिक युग से लेकर आधुनिक युग तक की भारतीय लोकतांत्रिक परंपराओं का प्रदर्शन किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि लिखावट के साथ इस अवतार का ऑडियो 16 वैश्विक भाषाओं में होगा, जिसमें अंग्रेजी, फ्रेंच, इतालवी, कोरियाई और जापानी भाषा भी शामिल है। सूत्रों ने बताया कि भारत की लोकतांत्रिक प्रकृति के इतिहास को विभिन्न जगहों पर 26 इंटरैक्टिव स्क्रीन के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
हड़प्पा काल की लड़की की प्रतिमा भी रखी
सूत्र ने बताया कि राष्ट्राध्यक्षों, प्रतिनिधियों और अन्य मेहमानों के प्रदर्शनी में आगमन पर उनका स्वागत एआई-निर्मित 'अवतार' द्वारा किया जाएगा, जो उन्हें प्रदर्शनी का संक्षिप्त अवलोकन कराएगा। प्रदर्शनी में हॉल के मध्य एक घूमते हुए ऊंचे मंच पर हड़प्पा काल की लड़की की प्रतिमा भी रखी हुई होगी।
सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनी में आजादी के बाद से आधुनिक युग में भारत की चुनाव परंपराओं को प्रदर्शित किया जाएगा, जो 1951-52 में पहले आम चुनाव से लेकर 2019 लोकसभा चुनाव तक आए बदलावों को रेखांकित करेगी। दिल्ली पुलिस ने जी20 नेताओं के महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर जाने से पहले मध्य दिल्ली में राजघाट के आसपास सुरक्षा और यातायात की व्यापक व्यवस्था की है।
जी20 शिखर सम्मेलन नौ-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में होने जा रहा है
पुलिस उपायुक्त (मध्य) संजय कुमार सैन ने कहा कि जी20 देशों के नेता 10 सितंबर को राजघाट जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा की उपयुक्त व्यवस्था की गई है और यातायात पुलिस के कर्मी उनकी यात्रा को सुगम बनाएंगे। जी20 शिखर सम्मेलन नौ-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में होने जा रहा है।
इसमें 30 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों और यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों तथा 14 अंतराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है। शिखर सम्मेलन शुरू होने में चार दिन शेष रह गया है, ऐसे में दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इंतजाम की समीक्षा कर रहे हैं और कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए योजनाएं बना रहे हैं।
सैन ने कहा कि पुलिस दिल्ली और सीमावर्ती इलाकों में कड़ी चौकसी कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यातायात का प्रबंधन करने के अलावा हमने सीमावर्ती इलाकों की पहचान कर उन्हें उपयुक्त रूप से सुरक्षित करने के लिए एक योजना भी बनाई है।’’ वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘किसी को भी 10 सितंबर को पतंग उड़ाने की अनुमति नहीं होगी और (इलाके में) ड्रोन परिचालित करने पर सख्त पाबंदी होगी। ’’
जी20 शिखर सम्मेलन के केवल चार दिन शेष रहने के बीच समूह के सदस्य देशों के शीर्ष वार्ताकारों ने इस सम्मेलन के लिए नेताओं की घोषणा के मसौदे को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आम सहमति बनाने के मकसद से व्यापक बातचीत की।
बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया
इस मामले से अवगत अधिकारियों ने बताया कि जी20 शेरपाओं (वार्ताकारों) ने मुख्य रूप से डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के लिए वैश्विक स्तर पर स्वीकार्य शासन ढांचा बनाने, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को सुनिश्चित करने के कदम उठाने, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वित्तपोषण और बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया।
शेरपाओं की तीन दिवसीय बैठक हरियाणा के नूंह जिले के आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में हो रही है। बैठक की अध्यक्षता भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत कर रहे हैं। मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि चीन को एजेंडे की बातों के विभिन्न पहलुओं पर आपत्ति है जिसके परिणामस्वरूप आम सहमति बनाने में कठिनाइयां हो रही हैं।
मसौदा घोषणा के लिए आम सहमति बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा
जी20 सर्वसम्मति के सिद्धांत के तहत काम करता है और किसी एक भी सदस्य देश का अलग दृष्टिकोण बाधा उत्पन्न कर सकता है। समूह के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में भारत नौ और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। नेताओं की घोषणा का मसौदा समावेशी और सतत विकास, हरित विकास, बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार और डिजिटल परिवर्तन जैसी भारत की प्राथमिकताओं पर आधारित है। एक सूत्र ने कहा, ‘‘मसौदा घोषणा के लिए आम सहमति बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।''
नेताओं की घोषणा के मसौदे में अफ्रीकी संघ को जी20 की स्थायी सदस्यता देने का भारत का प्रस्ताव भी शामिल है। यह अभी ज्ञात नहीं है कि इस प्रस्ताव पर पूर्ण सहमति है या नहीं। भारत के सामने नेताओं की घोषणा में यूक्रेन संकट का उल्लेख करने संबंधी पाठ पर आम सहमति बनाने के कठिन कार्य की चुनौती भी है।
जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच
पश्चिमी देशों और रूस-चीन गठबंधन के बीच मतभेदों के कारण भारत को इस मुद्दे पर आम सहमति बनाने में कठिनाई हो रही है। रूस और चीन बाली घोषणा में यूक्रेन संघर्ष संबंधी दो पैरा पर सहमत हुए थे, लेकिन इस साल वे इससे पीछे हट गए जिसके कारण भारत के लिए मुश्किलें पैदा हो गईं।
देशों के वित्त और विदेश मंत्रियों की बैठक समेत भारत की जी20 की अध्यक्षता में हुई लगभग सभी प्रमुख बैठकों में रूस और चीन के विरोध के कारण यूक्रेन संघर्ष से संबंधित किसी भी पाठ पर आम सहमति वाला दस्तावेज पेश नहीं किया जा सका। जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच है।
इसके सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार के 75 प्रतिशत से अधिक और वैश्विक जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
(इनपुट एजेंसी)