दूध को लेकर FSSAI की रिपोर्ट, शुद्धता में पाई गई कमी, पैकेट बंद दूध में कीटनाशक जैसे पदार्थ
By भाषा | Published: October 18, 2019 06:23 PM2019-10-18T18:23:10+5:302019-10-18T18:26:16+5:30
अपने अध्ययन कोजारी करते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार (एफएसएसएआई) के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) पवन अग्रवाल ने शुक्रवार को यहां कहा कि मिलावट से ज्यादा दूध का दूषित होना एक गंभीर समस्या है
खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने एक अध्ययन में कहा कि प्रमुख ब्रांड सहित विभिन्न कंपनियों के कच्चे दूध और प्रसंस्कृत दूध के नमूने निर्धारित गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर पूरी तरह खरे नहीं उतरे हैं।
अपने अध्ययन को शुक्रवार को जारी करते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार (एफएसएसएआई) के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) पवन अग्रवाल ने शुक्रवार को यहां कहा कि मिलावट से ज्यादा दूध का दूषित होना एक गंभीर समस्या है क्योंकि प्रसंस्कृत दूध के नमूनों में एफ्लाटॉक्सिन-एम1, एंटीबायोटिक्स और कीटनाशकों जैसे पदार्थ अधिक पाए गए।
उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए, नियामक ने संगठित डेयरी क्षेत्र को गुणवत्ता मानकों का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया है और एक जनवरी, 2020 तक संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में 'परीक्षण और निरीक्षण' की व्यवस्था करने को कहा है।
एफएसएसएआई अध्ययन ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मई और अक्टूबर 2018 के बीच 1,103 शहरों और कस्बों से कुल 6,432 दूध के नमूने एकत्रित किए गये। संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों से दूध के नमूने एकत्र किए गए थे।