अमरनाथ यात्राः पिछले 24 घंटे में चार तीर्थयात्रियों की मौत, अब तक 30 की गई जान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 24, 2019 15:14 IST2019-07-24T14:41:36+5:302019-07-24T15:14:07+5:30
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एक जुलाई से शुरू हुई यात्रा के दौरान अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान मंगलवार को तीन लोगों की मौत हुई और एक व्यक्ति की आज सुबह मृत्यु हो गई। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक 30 लोगों की मृत्यु हुई है।

दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों में से पिछले 24 घंटे में चार लोगों की मौत हुई है।
दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों में से पिछले 24 घंटे में चार लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एक जुलाई से शुरू हुई यात्रा के दौरान अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान मंगलवार को तीन लोगों की मौत हुई और एक व्यक्ति की आज सुबह मृत्यु हो गई। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक 30 लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें 26 तीर्थयात्री, दो सेवादार और दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
Jammu & Kashmir: Indo-Tibetan Border Police (ITBP) personnel deployed on #AmarnathYatra route practice Yoga in Baltal. pic.twitter.com/VPRhV0PkOG
— ANI (@ANI) July 24, 2019
अमरनाथ गुफा के लिए जम्मू से 2,700 से अधिक तीर्थयात्री रवाना
दक्षिण कश्मीर हिमालय में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए यहां भगवती नगर आधार शिविर से 2,723 तीर्थयात्रियों का 23वां जत्था बुधवार को रवाना हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों में 626 महिलाएं, पांच बच्चे और 141 साधु-संत शामिल हैं।
ये तीर्थयात्री तड़के कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 100 वाहनों के काफिले से घाटी के लिए रवाना हुए। अधिकारियों ने बताया कि दिन में उनके अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदेरबल जिले के बालटाल स्थित आधार शिविरों में पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि पारंपरिक 36-किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और 14-किमी के छोटे बालटाल मार्ग से यह यात्रा एक जुलाई को शुरू हुई थी। यह यात्रा सुचारू रूप से चल रही है और अब तक 2,96,302 तीर्थयात्रियों ने 3,880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा में अमरनाथ के दर्शन किए हैं। यह यात्रा 15 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी।