पूर्व योजना आयोग के सदस्य रहे डॉ. ए वैद्यनाथन नहीं रहे, 1972-76 तक विश्व बैंक में सेवाएं दीं
By भाषा | Published: June 11, 2020 01:45 PM2020-06-11T13:45:16+5:302020-06-11T13:45:16+5:30
योजना आयोग के सदस्य रहे डॉ. ए वैद्यनाथन का कोयंबटूर में निधन हो गया। अब योजना आयोग को नीति आयोग कहा जाता है। कई समिति में उन्होंने देश को सेवाएं दी थीं।
चेन्नईः पूर्ववर्ती योजना आयोग के सदस्य रहे डॉ. ए वैद्यनाथन का बुधवार को कोयंबटूर में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। पूर्ववर्ती योजना आयोग को अब नीति आयोग के नाम से जाना जाता है।
यहां जारी एक बयान के अनुसार वैद्यनाथन के परिवार में उनकी पत्नी एवं दो बेटियां हैं। वैद्यनाथन यहां ‘मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज’ और तिरुनंतपुरम स्थित ‘सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज’ के प्रोफेसर थे। उन्होंने सहकारी साख संस्थाओं के पुनरुद्धार (2004) पर भारत सरकार के कार्यबल की अध्यक्षता की थी और वह कृषि आय के कराधान (1969-70) के संबंध में के एन राज समिति के सदस्य भी थे। यहां लोयोला कॉलेज के पूर्व छात्र वैद्यनाथन ने अमेरिका की कोरनेल यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की और राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) में 1956 से जुड़े।
एनसीएईआर में पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत डॉ. अशोक मित्रा उनके सहकर्मी थे। डॉ. वैद्यनाथन 1962 से 1972 तक पूर्ववर्ती योजना आयोग के परिप्रेक्ष्य योजना प्रभाग के सदस्य रहे। उन्होंने 1972 से 1976 तक विश्व बैंक में सेवाएं दीं। इसके बाद उन्होंने तिरुवनंतपुरम के सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के संकाय सदस्य के रूप में सेवाएं दीं।
डॉ. वैद्यनाथन केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में राज्य स्तर की योजनाओं से निकटता से जुड़े रहे। उन्होंने राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण और भारत की सांख्यिकीय प्रणाली विकसित करने में अहम भूमिका निभाई। बयान में कहा गया है कि उन्होंने कृषि नीति, जल प्रबंधन और राष्ट्रीय सांख्यिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. वैद्यनाथन भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के सदस्य भी रहे। वह नवंबर 2008 में मुंबई के ताज महल होटल में हुए आतंकवादी हमले में जीवित बचे लोगों से में एक थे।
सेल के वरिष्ठ अधिकारी का हृदयाघात के चलते निधन
सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी अतुल श्रीवास्तव का बुधवार रात हृदयाघात से निधन हो गया। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे अपने कार्मिक निदेशक अतुल श्रीवास्तव के निधन का समाचार देते हुए काफी दुख है। उनकी मृत्यु 10 जून की रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से हुई।
श्रीवास्तव को बुधवार को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी और पिछले कई दिनों से बुखार भी था। श्रीवास्तव की कोविड-19 की जांच भी हुई, लेकिन उन्हें संक्रमण नहीं पाया गया। उन्होंने सेल के साथ 35 साल में विभिन्न पदों पर काम किया और 12 मार्च 2018 को वह कार्मिक निदेशक बने थे।
रवि शंकर प्रसाद ने बापसी नरीमन के निधन पर दुख जताया
केंद्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने प्रख्यात न्यायविद फली नरीमन की पत्नी और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश रोहिंटन नरीमन की मां बापसी नरीमन के निधन पर दुख व्यक्त किया। बापसी नरीमन (89) का मंगलवार शाम यहां निधन हो गया था। प्रसाद ने ट्वीटर किया, " वह प्रख्यात व्यक्तियों के परिवार में अपनी काबलियत से एक प्रभावशाली महिला थी। " मंत्री ने कहा कि वह हमेशा जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तैयार रहती थी। प्रसाद ने कहा, " सौभाग्यशाली था कि उनका स्नेहा प्राप्त हुआ। सांत्वना व्यक्त करता हूं। "