Bihar Polls 2025: पूर्व IPS अधिकारी शिवदीप वामराव लांडे बिहार विधानसभा चुनाव में आजमाएंगे अपना भाग्य, निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
By एस पी सिन्हा | Updated: October 9, 2025 15:04 IST2025-10-09T15:04:52+5:302025-10-09T15:04:52+5:30
बता दें कि शिवदीप लांडे ने सितंबर 2024 में पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली थी। अपने कार्यकाल में उन्होंने मुंगेर, अररिया, पटना, रोहतास जिलों में काम किया।

Bihar Polls 2025: पूर्व IPS अधिकारी शिवदीप वामराव लांडे बिहार विधानसभा चुनाव में आजमाएंगे अपना भाग्य, निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
पटना: महाराष्ट्र के अकोला निवासी बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे अब बिहार में अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस बात का ऐलान उन्होंने खुद किया है। उन्होंने बुधवार की देर शाम फेसबुक लाइव के माध्यम से राजनीति में आने का ऐलान किया। लांडे ने कहा कि वे किसी गठबंधन या पार्टी के साथ नहीं, बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बिहार के अररिया और जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि शिवदीप लांडे ने सितंबर 2024 में पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली थी। अपने कार्यकाल में उन्होंने मुंगेर, अररिया, पटना, रोहतास जिलों में काम किया। उनकी छवि एक सख्त, ईमानदार और जनता से जुड़े अधिकारी की रही है। अपराधियों के खिलाफ उनके अभियान और जनता से संवाद ने उन्हें “जनता के अफसर” की पहचान दिलाई। शिवदीप लांडे के काम करने का अंदाज हमेशा चर्चाओं में रहा।
पटना से जब उनका ट्रांसफर अररिया हुआ था, तो लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर उनके समर्थन में प्रदर्शन किया था। महिलाओं की सुरक्षा और युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए उन्होंने कई जागरूकता अभियान चलाए थे। सेवा छोड़ने के बाद शिवदीप लांडे ने अप्रैल 2025 में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘हिंद सेना’ की स्थापना की थी।
पार्टी लॉन्च के दौरान उन्होंने कहा था कि “मेरे हर काम की शुरुआत ‘जय हिंद’ से होती थी, इसलिए मैंने अपनी पार्टी के नाम में ‘हिंद’ शब्द रखा।” इसके बद उन्होंने बिहार के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर जनता का नब्ज टटोलने का प्रयास किया। पहले उनकी तैयारी बिहार के सभी सीटों पर चुनाव लडने की थी। लेकिन अब उन्होंने अपना विचार बदल लिया है।
सियासत के जानकारों का कहना है कि शिवदीप लांडे का चुनाव में उतरना बिहार की राजनीति में नया अध्याय खोल सकता है। वे जनता के बीच पहले से ही एक भरोसेमंद नाम हैं और उनके प्रशासनिक अनुभव का लाभ उन्हें मिल सकता है।