हैदराबादः कांग्रेस नेता और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को जल्द ही तेलंगाना मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। वर्तमान मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी सहित 15 सदस्य हैं, जिनमें अल्पसंख्यकों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। प्रावधानों के अनुसार, मंत्रिमंडल में तीन और सदस्यों के लिए जगह है। तेलंगाना विधानसभा में 119 विधायक हैं। यदि पूर्व क्रिकेटर की मंत्रिमंडल में नियुक्ति की पुष्टि हो जाती है, तो इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी जुबली हिल्स उपचुनाव में जी-जान से जुटी है।
जहां एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इस साल जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, जिस कारण यह उपचुनाव आवश्यक हो गया है। सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘तेलंगाना कांग्रेस ने पार्टी आलाकमान से अजहरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल करने का अनुरोध किया है।
क्योंकि वर्तमान में इसमें अल्पसंख्यकों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एआईसीसी ने भी अजहरुद्दीन के नाम को मंजूरी दे दी है। शपथ ग्रहण समारोह परसों (शुक्रवार) होने की संभावना है।’’ अगर अज़हरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, तो पूर्व क्रिकेटर रेवंत रेड्डी की कैबिनेट में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले पहले मंत्री बन जाएंगे।
एक अन्य कांग्रेस नेता ने सुझाव दिया कि अजहरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए एआईसीसी का समर्थन आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से भी प्रेरित हो सकता है, क्योंकि बिहार के पूर्वी हिस्से में मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका अहम है।
अगस्त के आखिरी हफ्ते में तेलंगाना सरकार ने अजहरुद्दीन को राज्यपाल कोटे के तहत विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के रूप में नामित किया था। हालांकि, राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने अभी तक इस नियुक्ति को मंजूरी नहीं दी है। अजहरुद्दीन ने 2023 में विधानसभा चुनाव जुबली हिल्स क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे।