सीबीआई के पूर्व निदेशक विजयराम राव का निधन, चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में भी कर चुके है काम, जानें इनके बारे में
By आजाद खान | Published: March 14, 2023 10:09 AM2023-03-14T10:09:21+5:302023-03-14T10:30:27+5:30
बताया जा रहा है कि सेवानिवृत्ति के बाद, विजयराम राव ने एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह तेलंगाना राज्य के गठन के बाद सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (तत्कालीन टीआरएस) में शामिल हो गए थे।

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
हैदराबाद: अविभाजित आंध्र प्रदेश में मंत्री रह चुके एवं केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक के विजयराम राव का मस्तिष्क संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सोमवार रात यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है। वह 85 वर्ष के थे। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि राव को दोपहर में अस्पताल ले जाया गया और शाम साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया है। आपको बता दें कि राव का अंतिम संस्कार लुंडी महाप्रस्थान में होगा।
चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में भी काम कर चुके है विजयराम राव
आपको बता दें कि सेवानिवृत्ति के बाद, विजयराम राव ने एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह तेलंगाना राज्य के गठन के बाद सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (तत्कालीन टीआरएस) में शामिल हो गए थे।
ऐसे में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, नायडू, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और अन्य नेताओं ने विजयराम राव के निधन पर शोक व्यक्त किया है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राजकीय सम्मान के साथ विजयराम राव का अंतिम संस्कार करने का निर्देश दिया है।
कौन थे विजयराम राव
विजयराम राव का जन्म तेलंगाना के वारंगल जिले के एतुरु नगरम में हुआ था। राव ने अपनी पढ़ाई यानी उच्च शिक्षा एपी (नेल्लोर) से की थी क्योंकि इनके परिवार का जन्म हुआ था। इसके बाद राव ने मद्रास विश्वविद्यालय से बीए किया और फिर वे नौकरी करने लगे। उन्हें सबसे पहली नौकरी अक्टूबर 1958 में करीमनगर एस.आर.आर.कॉलेज में बतौर लेक्चरर नौकरी मिली थी।
इसके साथ वे सिविल की भी तैयारी करते थे और साल 1959 में उन्होंने सिविल में क्वालीफाई कर लिया था जिसके बाद उन्हें ट्रेनिंग दी गई थी और वो चित्तूर एएसपी का पद संभाले थे। सीबीआई के निदेशक के रूप में काम करते हुए राव ने हवाला घोटाला, बाबरी मस्जिद विध्वंस, इसरो जासूसी मामले और मुंबई विस्फोट जैसे मामलों की जांच भी की थी और वे इसके लिए काफी चर्चित भी हुए थे।
भाषा इनपुट के साथ