MTS-CHSL Examination 2022: पहली बार हिंदी-अंग्रेजी के अलावा अब 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगा SSC Exam, दक्षिण भारत की लगातार मांग पर लिया फैसला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 19, 2023 10:29 AM2023-04-19T10:29:28+5:302023-04-19T11:02:13+5:30
इस मामले में कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में यह कहा गया है कि इस निर्णय के परिणामस्वरूप लाखों उम्मीदवार अपनी मातृभाषा/क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा में भाग लेंगे और उनकी चयन संभावनाओं में सुधार होगा।
नई दिल्ली: केंद्र ने एक ऐतिहासिक फैसले में कर्मचारी चयन आयोग की मल्टीटास्किंग (गैर-तकनीकी) कर्मचारियों की परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कराने को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
अंग्रेजी और हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में एसएससी परीक्षा आयोजित करने के लिए विभिन्न राज्यों, विशेष रूप से दक्षिण भारत से लगातार मांग की जाती रही है। कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस निर्णय के परिणामस्वरूप लाखों उम्मीदवार अपनी मातृभाषा/क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा में भाग लेंगे और उनकी चयन संभावनाओं में सुधार होगा।
अंग्रेजी और हिंदी के अलावा इन भाषाओं में भी होगी परीक्षा
बता दें कि कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) पहली बार हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में मल्टीटास्किंग (गैर-तकनीकी) कर्मचारियों की परीक्षा को आयोजित करने जा रहा है। ऐसे में अब से उम्मीदवार उर्दू, तमिल, मलयालम, तेलुगु, कन्नड़, असमिया, बांग्ला, गुजराती, कोंकणी, मणिपुरी (मैतेई), मराठी, उड़िया और पंजाबी में भी परीक्षा दे पाएंगे।
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री ने क्या कहा
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा यह कदम सभी नौकरी चाहने वालों को एक समान अवसर प्रदान करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दृष्टिकोण के अनुरूप है कि किसी को भी भाषा की बाधा के कारण अवसर से वंचित नहीं किया जाए। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि वे सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सरकारों से इस बात की अपेक्षा करते है कि वे युवाओं को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
सिंह ने इस बात पर भी जोर देते हुए कहा है कि प्रयास यह भी किए जा रहे है कि संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को इसमें शामिल किया जा सके।
दक्षिण भारत की लगातार मांग पर लिया गया है यह फैसला
बताया जा रहा है कि मल्टीटास्किंग (गैर-तकनीकी) कर्मचारियों की परीक्षा (एमटीएस 2022) की पहली परीक्षा 2 मई से शुरू होगी। यही नहीं अंग्रेजी और हिंदी के अलावा दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं में एसएससी की परीक्षा की मांग काफी समय से चल रही थी। ये मांग खास कर दक्षिण भारत से ज्यादा हो रही थी, ऐसे में इस मांग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
बता दें कि अभी शुरू में एमटीएस परीक्षा 2022 और सीएचएसएलई परीक्षा 2022 हिंदी और अंग्रेजी के दूसरी अन्य क्षेत्रीय भाषाओं करने का फैसला किया है जिनका उपयोग आईबीपीएस/आरआरबी अपनी परीक्षा आयोजित करने के लिए करते हैं।
भाषा इनपुट के साथ