बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार होती जा रही है विकराल, मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 177
By एस पी सिन्हा | Published: July 21, 2019 07:30 PM2019-07-21T19:30:50+5:302019-07-21T19:30:50+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ की स्थिती का जायजा लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. नीतीश कुमार, हवाई दौरे के चौथे दिन रविवार को सीतामढ़ी और दरभंगा जिले में बाढ़ की विभीषिका का जायजा लिया.
बिहार में बाढ़ की स्थिती लगातार विकराल होती जा रही है. बाढ़ के तांडव में राज्यभर में अब तक 177 लोगों की मौत हो गई हैं और मौत का यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि आधिकारिक आंकड़े जस के तस बने हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 97 हो गई है.
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ की स्थिती का जायजा लिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. नीतीश कुमार, हवाई दौरे के चौथे दिन रविवार को सीतामढ़ी और दरभंगा जिले में बाढ़ की विभीषिका का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चल रहे राहत सामग्री वितरण का भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इस आपदा के समय में जल संसाधन मंत्री संजय झा अपने क्षेत्र दरभंगा-मधुबनी में कैंप कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों विधानसभा में आश्वस्त करते हुए कहा था कि बाढ़ प्रभावित लोगों को परेशानियों से निजात दिलाएंगे. इसी क्रम में मुख्यमंत्री लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के हवाई दौरे पर हैं. यहां बता दें कि राज्य के 12 जिले के 1123 पंचायत बाढ़ग्रस्त हैं, जबकि 69 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं.
बाढ़ से पूर्वी चंपारण में सबसे ज्यादा अब तक 46 लोगों की मौत हुई है, जबकि सीतामढ़ी में इससे 30 और मधुबनी में 18 लोगों की जान गई है. अररिया, पूर्णिया और कटिहार इन तीनों जगहों पर बाढ़ से 14-14 लोग मरे हैं जबकि शिवहर में 11 लोगों के मरने की खबर है.
बिहार का पूर्वी चंपारण जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. इसके अलावा शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, कटिहार और पूर्णिया में भी बाढ़ की स्थिती भयावह ही बनी हुई है.