दिल्ली: रोहिंग्या शरणार्थियों की पूरी बस्ती जलकर हुई राख, पुलिस का दावा- शार्ट सर्किट से लगी आग
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 16, 2018 08:23 AM2018-04-16T08:23:21+5:302018-04-16T08:23:21+5:30
रोहिंग्या कैम्प के निवासी इसे सिर्फ एक हादसा मानने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह रोहिंग्याओं को नुकसान पहुंचाने की सोची समझी कोशिश है। उठ रहे हैं कई सवाल।
नई दिल्ली, 16 अप्रैलः दक्षिणी दिल्ली के कंचन कुंज इलाके में रविवार को लगी भीषण आग ने रोहिंग्या शरणार्थियों के कैम्प को खाक में बदल दिया। यहां करीब 46 झुग्गियों में 200 रोहिंग्या रहते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आग करीब 3 बजे सुबह लगी। यह इतनी भीषण थी कि आधे घंटे में ही सबकुछ राख हो गया। सुबह देखने वालों को भरोसा नहीं हो रहा था कि यहां रात तक 46 झुग्गियां थी। हालांकि किसी के जान को क्षति नहीं पहुंची है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि मदनपुर खादर इलाके की जेजे कॉलोनी से सुबह 3:38 बजे आग लगने की सूचना दी गई। मौके पर 11 फायर टेंडर रवाना किए गए और सुबह करीब 6:50 बजे आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि आग की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को फौरन दे दी गई थी लेकिन उन्होंने आने में थोड़ी देरी की। तब तक सबकुछ जल चुका था।
रोहिंग्या कैम्प के निवासी इसे सिर्फ एक हादसा मानने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह रोहिंग्याओं को नुकसान पहुंचाने की सोची समझी कोशिश है। इस आग में रोहिंग्याओं के सारे पहचान पत्र और दस्तावेज जल गए। बैंक खाता ना होने की वजह से सभी अपना पैसा घरों में ही रखते थे। आग में वो भी स्वाहा हो गए। हालांकि पुलिस की शुरुआती जांच में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगने का अंदेशा है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'झुग्गियों में अवैध तरीके से केबल के जरिए बिजली खींची गई है। ये केबल तारें खराब गुणवत्ता की होती हैं जिनमें शॉर्ट सर्किट की संभावना होती है। लोड बढ़ने से केबल पिछल भी सकती है।' पुलिस टीम ने पाया कि गर्मियां शुरू होने से अधिकांश घरों में कूलर लग गए हैं जिससे केबल तार पर बोझ बढ़ गया और शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।