प्रियंका के साथ धरने पर बैठे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
By भाषा | Published: July 17, 2021 02:37 PM2021-07-17T14:37:00+5:302021-07-17T14:37:00+5:30
लखनऊ, 17 जुलाई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ शुक्रवार को हजरतगंज के जीपीओ पार्क स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा पर धरने पर बैठने के लिये प्रशासन से अनुमति न लेने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित तीन नामजद लोगों के खिलाफ शनिवार को हजरतगंज थाने में मामला दर्ज किया गया हैं। प्राथमिकी में प्रियंका का नाम नहीं है।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने 'भाषा' को बताया कि शुक्रवार को जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे थे। आयुक्त के मुताबिक, उन्होंने न तो प्रशासन को इस धरने के बारे में पूर्व में कोई जानकारी दी थी और न ही प्रशासन से इसके लिये कोई अनुमति मांगी थी। इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीपीओ पार्क स्थित सरकारी संपत्ति लोहे की जाली को भी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं ने महामारी अधिनियम का भी उल्लंघन किया ।
ठाकुर के अनुसार इस मामले में लल्लू, कांग्रेस नेता वेद प्रकाश त्रिपाठी तथा दिलजीत सिंह के खिलाफ नामजद तथा 500 से 600 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। ठाकुर ने बताया कि प्राथमिकी में प्रियंका गांधी का नाम नहीं है।
गौरतलब हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा लखनऊ के दौरे पर हैं। शुक्रवार को प्रियंका सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ हजरतगंज पहुंचकर जीपीओ पार्क स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए थे, उसके बाद उन्होंने सरकार के खिलाफ मौन धारण करके वहीं धरना शुरू कर दिया था।
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह के अनुसार प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को उप्र में महिलाओं पर अत्याचार, अराजकता, खराब कानून-व्यवस्था, निरंकुश प्रशासन और पुलिस के खिलाफ धरना दिया था।
शुक्रवार को लखनऊ पहुंचीं प्रियंका ने शाम को संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, “उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उनके (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) पीछे मोदी जी का हाथ है। वह यहां आकर उन्हें बधाई दे रहे हैं।”
प्रियंका ने आरोप लगाया, “उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है। कल प्रधानमंत्री जी बनारस आए। उन्होंने सबसे पहले तो योगी जी को प्रमाण पत्र दिया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में उन्होंने कितना अच्छा काम किया, जबकि योगी सरकार बुरी तरह विफल साबित हुई थी।
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