कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और उत्तर प्रदेशकांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के खिलाफ लखनऊ आरटीओ ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक हजार बसों की सूची के मामले में धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है।
आरटीओ आरपी द्विवेदी का आरोप है कि बसों की सूची की जांच में ऑटो, एंबुलेंस व बाइक के नंबर मिले। वहीं, कुछ बसों के नंबर की पुष्टि नहीं हो पाई। कुछ बसों के नंबर चोरी के वाहन होने की भी आशंका है। यह कार्रवाई मुकदमा अपराध संख्या 145/20 आईपीसी की धारा 420, 467, 468 के तहत हुई है।
आगरा में धरने पर बैठ गए थे लल्लू
अजय कुमार लल्लू और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को आगरा में उत्तर प्रदेश-राजस्थान बॉर्डर पर ऊंचा नगला इलाके में विरोध प्रदर्शन किया और समर्थकों के साथ बीच सड़क धरने पर बैठ गए थे। लल्लू राजस्थान से प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए कांग्रेस द्वारा चलाई बसों को यूपी में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने का विरोध कर रहे थे। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें गाड़ियों में भरकर ले गई। इस दौरान अजय कुमार लल्लू ने पुलिस से कहा कि बॉर्डर पर हमारी 1000 बसें तैयार हैं। हमें जाने दीजिए, ताकि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया जा सके। बाकी आपकी सरकार भाषण दे रही है।
आगरा ग्रामीण (पश्चिम) के एसपी रवि कुमार ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार आपको अंतर-राज्य बस चलाने की अनुमति के लिए आवेदन करना होगा, जिसके बाद पास जारी किया जाता है और अनुमति दी जाती है। उन्होंने आवेदन नहीं किया था और पास नहीं थे। इसलिए उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं थी। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।
1000 की लिस्ट में 879 ही हैं बसें
अपर पुलिस आयुक्त लखनऊ पुर्णेंदु सिंह ने बताया कि यूपी सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक उत्तर प्रदेश कांग्रेस की ओर से भेजी गई 1000 वाहनों से अधिक की लिस्ट में 879 ही बस हैं। इनमें 31 ऑटो/थ्री व्हीलर हैं। 69 अन्य वाहन और 70 का डाटा नहीं उपलब्ध हो सका है।