आपके हाथ सिखों और कश्मीरियों के खून से रंगे हैं!, राहुल गांधी के ट्वीट पर भड़के फिल्ममेकर ने कहा- गांधी के नाम पर देश को लूटते रहे
By अनिल शर्मा | Published: January 31, 2022 02:01 PM2022-01-31T14:01:29+5:302022-01-31T16:26:01+5:30
राहुल गांधी का यह ट्वीट फिल्ममेकर अशोक पंडित को नागवार गुजरा। उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट को साझा करते हुए उनपर गांधी के नाम पर भारत को लूटने का आरोप लगाया है।
नई दिल्लीः महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में हिंदुत्वाद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गाँधी जी नहीं रहे। राहुल गांधी ने कहा कि जहां सत्य है वहां आज भी बापू जिंदा हैं।
राहुल गांधी का यह ट्वीट फिल्ममेकर अशोक पंडित को नागवार गुजरा। उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट को साझा करते हुए उनपर गांधी के नाम पर भारत को लूटने का आरोप लगाया है। फिल्ममेकर ने यह भी कहा कि आपसे हिंदुओं को गांधी प्रेम के लिए प्रमाणपत्र की जरुरत नहीं है।
अशोक पंडित ने राहुल गांधी (कांग्रेस) पर यह भी आरोप लगाया है कि उनके हाथ सिखों और कश्मीरियों के खून से रंगे हैं। ट्वीट में लिखा -अरे बिटवा कभी-कभार उनके बारे में भी बात कर लो जिन्होंने आपके पिता और दादी का कत्ल किया था! जिंदगी भर ‘गांधी’ के नाम से पूरे देश को लूटते रहे ! हिंदुओं को गांधी प्रेम की certificate आपसे नहीं चाहिए क्यूँकि आपके हाथ सिखों के और कश्मीरी खून से रंगे हुए हैं!
फिल्ममेकर के इस ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दीं। एक ने लिखा, गांधी जी देश का बँटवारा नहीं रोक सकें तो फिर आजादी कैसे दिला दिए। मैं क्यों कहूँ कि देदी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल जबकि हमें पता है लाखों लोगों का कत्लेआम हुआ। क्या यह गीत उनके साथ नाइंसाफी नहीं है जिन्होंने देश के खातिर कुर्बानियां दी। फिर पूछता हूँ बँटवारा क्यों नहीं रूका।
एक ने लिखा- ऐसा अधकचरा ज्ञान शाखा की ही देन है। इसी झूठ पर ही इनका अस्तित्व टिका है गोडसे तो पुर्जा था, दिमाग और सामान किसी और का था ये सत्य सर्वविदित है अंधभक्त अंधे ही होते हैं।
ऐसा अधकचरा ज्ञान शाखा की ही देन है
— Sadhu (@maharishi_) January 30, 2022
इसी झूठ पर ही इनका अस्तित्व टिका है
गोडसे तो पुर्जा था, दिमाग और सामान किसी और का था ये सत्य सर्वविदित है
अंधभक्त अंधे ही होते हैं
एक अन्य ने लिखा, दादी का क़त्ल जिस विचारधारा के लोगो ने किया था उस विचारधारा का समर्थन करने वाले कुछ लोगो को सत्याग्रही कहते हे ताकि कुछ वोट तो मिल जाये और वोटो के लालच में पिता का कत्ल करने वालो को माफ करने का नाटक किया।
दादी का क़त्ल जिस विचारधारा के लोगो ने किया था उस विचारधारा का समर्थन करने वाले कुछ लोगो को सत्याग्रही कहते हे ताकि कुछ वोट तो मिल जाये और वोटो के लालच में पिता का क़त्ल करने वालो को माफ़ करने का नाटक किया
— Vikas Singh (@VikasSi34428442) January 30, 2022
राहुल की परिभाषा के अनुसार गांधी व गाँधीत्व में अंतर है जो वास्तविक लगता भी है।ये फर्जी गांधी जिन्होंने गाँधीत्व का चोला ओढ़ रखा है वह असली गांधी से जमीन आसमान के अंतर पर हैं। उनकी पोल खुल चुकी है।
— Mahesh Chand Singhal (@maheshsinghal62) January 30, 2022
इसके साथ एक ने लिखा- राहुल की परिभाषा के अनुसार गांधी व गाँधीत्व में अंतर है जो वास्तविक लगता भी है। ये फर्जी गांधी जिन्होंने गाँधीत्व का चोला ओढ़ रखा है वह असली गांधी से जमीन आसमान के अंतर पर हैं। उनकी पोल खुल चुकी है।