नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अपनी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ मरने वाले सीडीएस बिपिन रावत की मौत पर सोशल मीडिया पर कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जश्न मनाए जाने से नाराज मलयालम निर्देशक और भाजपा नेता अली अकबर ने पत्नी के साथ इस्लाम धर्म छोड़ने की घोषणा की है.
रिपोर्ट के अनुसार, कुछ ही घंटों बाद निर्देशक ने अपने नए नाम की भी घोषणा कर दी और उन्होंने अपना नया नाम रामसिम्हान रखा है.
अकबर ने कहा कि यहां तक की इस्लाम के शीर्ष नेताओं ने भी एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किए जाने की देशद्रोही गतिविधि का विरोध नहीं किया और उन्हें यह स्वीकार्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि उनका अब धर्म में विश्वास नहीं है और इसका एक वीडियो उन्होंने बुधवार को फेसबुक पर अपलोड किया.
वीडियो में अकबर ने कहा कि मुझे जन्म के समय से ही जो चोला मिला था, उसे उतारकर फेंक रहा हूं। आज से मैं मुस्लिम नहीं हूं। मैं एक भारतीय हूं। मेरा यह संदेश उन लोगों के लिए है, जिन्होंने भारत के खिलाफ हंसते हुए स्माइली पोस्ट की है।'
अकबर की इस पोस्ट पर कई लोगों ने विरोध किया, तो कई ने समर्थन किया। वहीं, कई ने अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। अभद्र टिप्पणियों के जवाब में अकबर ने भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जिस बाद में यह पोस्ट फेसबुक से हट गई।
बाद में उन्होंने एक दूसरा वीडियो अपलोड कर कहा कि सीडीएस की मौत पर मुस्कुराने वालों की पहचान कर देश को उन्हें सजा देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि वह और उनकी पत्नी हिंदू धर्म अपनाएंगे. हालांकि वह अपनी दोनों बेटियों को ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं करेंगे. वे दोनों अपना फैसला खुद करेंगी.
केरल में भाजपा की प्रदेश समिति के सदस्य रहे अकबर ने पार्टी के नेताओं के साथ कुछ असहमति होने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.