"आतंकियों से लड़ें, लेकिन नागरिकों को नुकसान न पहुंचाएं", राजनाथ सिंह ने सेना से हिरासत में तीन कश्मीरियों की कथित मौत पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 27, 2023 03:24 PM2023-12-27T15:24:16+5:302023-12-27T15:37:03+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना द्वारा पूछताछ के दौरान हिरासत में कथिततौर पर तीन नागरिकों की मौत पर अफसोस जाहिर करते हुए सैनिकों से कहा कि उन्हें "कोई गलती नहीं करनी चाहिए" जिससे किसी भारतीय को ठेस पहुंचे।
जम्मू: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना द्वारा पूछताछ के दौरान हिरासत में कथिततौर पर तीन नागरिकों की मौत पर अफसोस जाहिर करते हुए सैनिकों से कहा कि उन्हें "कोई गलती नहीं करनी चाहिए" जिससे किसी भारतीय को ठेस पहुंचे।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार राजनाथ सिंह सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिकों की मौत के कुछ दिनों बाद सीमावर्ति केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए गये हुए हैं। दरअसल सेना पर आतंकी हमले के बाद पुंछ में कई नागरिकों को सेना ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। लेकिन उनमें से तीन कथिततौर पर बाद में मृत पाए गए।
इस संबंध में सेना ने एक ब्रिगेड कमांडर को नागरिकों की हुई मौतों की जांच करने का आदेश दिया है। सेना ने कहा है कि वह निर्दोष नागरिकों के खिलाफ हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य जवानों से कहा, "आप देश के रक्षक हैं लेकिन मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा लोगों का दिल जीतने की भी आपकी जिम्मेदारी है। ऐसी कोई गलती नहीं होनी चाहिए जिससे किसी भारतीय को ठेस पहुंचे।"
रक्षा मंत्री ने कहा कि सेनाओं को लोगों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हमें आतंकियों के खिलाफ लड़ाई जीतनी है, आतंकवाद को खत्म करना है, लेकिन बड़ा उद्देश्य लोगों का दिल जीतना भी है। हम युद्ध जीतेंगे, लेकिन हमें दिल भी जीतने की जरूरत है और मुझे पता है कि आप ऐसा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।"
उन्होंने सैनिकों को आश्वासन दिया कि प्रत्येक सैनिक प्रत्येक भारत के परिवार के सदस्य की तरह है।
राजनाथ सिंह ने कहा, "हर भारतीय ऐसा महसूस करता है। अगर कोई आप पर बुरी नजर डालता है तो यह हमारे लिए बर्दाश्त नहीं है। सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां ऐसे हमलों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। निगरानी बढ़ाने के लिए जो भी सहायता की आवश्यकता होगी वह सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। हमारे खजाने के दरवाजे आपके लिए पूरी तरह से खुले हैं।''
उन्होंने कहा कि सेना पर ऐसे हमलों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। मुझे पता है कि आप सतर्क हैं, लेकिन मुझे लगता है कि और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। आपकी बहादुरी हमें गौरवान्वित करती है। आपका बलिदान, आपका प्रयास अमूल्य हैं।"
रक्षामंत्री ने कहा, "जब कोई सैनिक शहीद होता है, भले ही हम कुछ मुआवजा देते हैं, यह नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार आपके साथ है और आपका कल्याण और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है।''
मालूम हो कि आज रक्षा मंत्री जम्मू पहुंचे और उसके तुरंत बाद राजौरी के लिए रवाना हो गए। उम्मीद की जा रही है कि राजनाथ सिंह स्थानीय निवासियों और मृत नागरिकों के परिजनों से भी मिलेंगे। रक्षा मंत्री के दौरे को लेकर पूरे जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने केंद्र शासित प्रदेश का दौरा कर वहां की स्थिति की समीक्षा की थी।