सोशल मीडिया के इस दौर पर कई बार बेहद भ्रामक और झूठी खबरें फैल जाती है। साथ ही लोग भी इस पर भरोसा करने लगते हैं और सच भी मान लेते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हमेशा हर सूचना को क्रॉसचेक किया जाए और किसी भी विषय में पुख्ता जानकारी के लिए विश्वसनीय स्रोत को देखा जाए।
बहरहाल ऐसी ही एक झूठी खबर इन दिनों हाल में तेजी से फैली है। इसमें कहा गया है कि भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया है। हालांकि ये सच नहीं है।
पिछले कुछ वर्षों में कुछ जगहों के नाम बदले जाने और ग्रेटर हैदारबाद नगर निगम के चुनाव में योगी आदित्यनाथ के शहर के नाम बदलने के वादे के बाद निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के नाम बदलने की अफवाहों को और बल मिला।
इससे संबंधित कई ट्वीट किए गए और सोशल मीडिया पर खबर तेजी से फैली। अब हालांकि पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने आधिकारिक तौर पर ट्वीट कर इस खबर को फर्जी बताया है।
रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की फर्जी खबर
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही सूचनाओं में ये दावा किया जा रहा था कि भारतीय रेलवे ने हज़रत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अब 'महाराणा प्रताप एक्सप्रेशन' कर दिया है। कई दिनों की चली अफवाह के बीच पीआईबी ने बुधवार को ट्वीट किया कि यह दावा फर्जी है और रेलवे की ओर से ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है।
बता दें कि इससे पहले भी पीआईबी कई मौकों पर लगातार फर्जी खबरों का पर्दाफाश करती रही है। ऐसी ही एक खबर और आई थी। इसमें कहा गया था कि भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोटों की आपूर्ति बंद कर दी है जिसके कारण एटीएम से केवल 100, 200 और 500 रुपए के नोट ही निकाले जा सकेंगे। हालांकि ये खबर भी फर्जी निकली। आरबीआई ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है।