नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर किसान संगठनों में से कई किसान संगठनों ने सोशल मीडिया पर अपना अकाउंट बनाया है। रविवार की शाम फेसबुक ने 7 लाख से अधिक फॉलोअर्स वाले किसान एकता मोर्चा के पेज को ब्लॉक कर दिया था। संगठन का आरोप था कि उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी उनके कंटेंट पोस्ट करने पर रोक लगा दी गई थी। अब फेसबुक ने इसकी वजह दी है। फेसबुक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि कंपनी के स्वचालित सिस्टम ने फेसबुक पेज किसान एकता मोर्चा पर एक बढ़ी हुई गतिविधि को पाया और इसे स्पैम के रूप में मार्क किया था। यह पेज सामुदायिक मानकों के संबंध में तय गाइडलाइन का उल्लंघन करता है। लेकिन जब हमें इस बारे में पता चला तो हमने पेज को 3 घंटे से भी कम समय में फिर बहाल कर दिया। फेसबुक प्रवक्ता ने कहा कि केवल फेसबुक पेज स्वचालित प्रणालियों से प्रभावित था, जबकि इंस्टाग्राम अकाउंट अप्रभावित रहा। कंपनी ने कहा कि स्पैम से लड़ने में अपने काम का अधिकांश हिस्सा स्वचालित रूप से समस्याग्रस्त व्यवहार के पहचानने योग्य पैटर्न का उपयोग करके किया जाता है।
बता दें कि विवाद ने तूल पकड़ा तो कुछ घंटे बाद फेसबुक ने किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज को फिर से पब्लिश कर दिया। फेसबुक की ओर से बयान जारी कर किसान एकता मोर्चा का पेज चालू किए जाने की जानकारी दी गई। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि हमने किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज www।facebook।com/kisanektamorcha को फिर से चालू कर दिया है। फेसबुक के प्रवक्ता ने असुविधा के लिए खेद भी व्यक्त किया है। गौरतलब है कि किसान एकता मोर्चा का फेसबुक पेज अनपब्लिश हो गया था।