पूर्व राज्यपाल त्रिपाठी को थी उम्मीद, उनकी विदाई के दिन ममता रहेंगी मौजूद
By भाषा | Published: July 30, 2019 04:37 AM2019-07-30T04:37:51+5:302019-07-30T04:37:51+5:30
राज्य सरकार ने त्रिपाठी के लिए 11 जुलाई को राजभवन में विदाई भोज का आयोजन किया था और बनर्जी ने उस दिन राज्यपाल से मुलाकात की थी। त्रिपाठी के इलाहाबाद रवाना होने के वक्त हावड़ा रेलवे स्टेशन पर उन्हें छोड़ने के लिए दो मंत्री अरूप राय और राजीव बनर्जी पहुंचे थे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कथित तुष्टीकरण नीति के बारे में खुलकर बोलने वाले पूर्व राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को उम्मीद थी कि राज्य से जब वह विदा होंगे तो उस वक्त राजभवन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद रहेंगी। राज्यपाल से जुड़े सूत्रों ने सोमवार को यह बात कही।
त्रिपाठी ने रविवार को राजभवन से रवाना होने से पहले अपने करीबी सहयोगियों से इस बारे में चर्चा की थी । सूत्रों ने कहा, ‘‘ माननीय राज्यपाल को लगा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें विदा करने के लिए आएंगी। त्रिपाठी को राज्य से रवाना होने से पहले बनर्जी से ऐसी सद्भावना की उम्मीद थी। इसिलए भी कि वह यहां पांच साल रहे।’’
त्रिपाठी का उनके कार्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ कई मुद्दों पर टकराव रहा था। उन्होंने शनिवार को कहा था कि बनर्जी की तुष्टीकरण नीति से राज्य के सामाजिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ममता के पास उनके फैसले को लागू करने के लिए दृष्टिकोण और शक्ति है लेकिन उन्हें अपनी भावनाओं पर काबू रखने और संयम बरतने की जरूरत है ।
राज्य के नए राज्यपाल जगदीप धनकड़ मंगलवार को पद की शपथ लेंगे। राज्य सरकार ने त्रिपाठी के लिए 11 जुलाई को राजभवन में विदाई भोज का आयोजन किया था और बनर्जी ने उस दिन राज्यपाल से मुलाकात की थी। त्रिपाठी के इलाहाबाद रवाना होने के वक्त हावड़ा रेलवे स्टेशन पर उन्हें छोड़ने के लिए दो मंत्री अरूप राय और राजीव बनर्जी पहुंचे थे।