"तृणमूल का हर नेता ममता दीदी के नेतृत्व में एकजुट है, अगर वो मुझे 2024 की जिम्मेदारी देंगी तो मैं उसे जरूर लूंगा", अभिषेक बनर्जी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 8, 2024 07:49 AM2024-01-08T07:49:25+5:302024-01-08T07:54:58+5:30
तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी पुराने और नये नेता ममता बनर्जी की अगुवाई में एकजुट हैं।
दक्षिण 24 परगना: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी पुराने और नये नेता ममता बनर्जी की अगुवाई में एकजुट हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा कि यह बात सत्य है कि कार्य क्षमता पर उम्र का प्रभाव पड़ता है और यदि उन्हें ममता बनर्जी द्वारा जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो वह 2024 के चुनावों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन फिलहाल ममता बनर्जी प्रभावी तरीके से पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं।
अभिषेक ने रविवार को दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में अपने लोकसभा क्षेत्र में तृणमूल के भीतर चल रहे नये बनाम पुराने नेता विवाद को लेकर कहा, "कई लोग कह रहे हैं कि पुराने और नए नेताओं के बीच लड़ाई है। तृणमूल का नेतृत्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं, अगर वह मुझे 2024 के लिए कोई जिम्मेदारी देती हैं, तो मैं उसे जरूर लूंगा। हालांकि फिलहाल वह पार्टी को तेजी से चला रही हैं।"
लोकसभा सांसद बनर्जी ने कहा, "मैंने कहा था कि जब हमारी उम्र बढ़ती है तो हमारी काम करने की क्षमता कम हो जाती है। जब मैं 36 साल का था तो मैंने नबजवार आंदोलन का आयोजन किया था और दो महीने तक सड़क पर रहा था। क्या मैं 70 साल का होने पर भी ऐसा कर पाऊंगा? उम्र एक सच्चाई है और हमें इस सच को स्वीकार करना चाहिए।''
उन्होंने कहा, "लेकिन एक बार जब लोग एक निश्चित उम्र तक पहुंच जाते हैं, तो उनकी उत्पादकता कम हो जाती है। आप जो 30 साल की उम्र में कर सकते थे, वह आप 56 साल की उम्र में नहीं कर सकते। आज की तारीख में तृणमूल के सभी वरिष्ठ और नौजवान नेता दीदी के साथ मजबूती से खड़े हैं।"
अभिषेक ने तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि तृणमूल ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट है। उन्होंने कहा, "कई लोग कहते हैं कि तृणमूल में पुराने नेताओं और नए जमाने के नेताओं के बीच अंदरूनी कलह है। मैं कहता हूं कि तृणमूल ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट है। अंदरूनी कलह के लिए कोई जगह नहीं है।"