आतंकी वित्तपोषण: ईडी ने हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और 11 अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
By भाषा | Updated: August 25, 2020 19:39 IST2020-08-25T19:38:00+5:302020-08-25T19:39:24+5:30
अभियोजन पक्ष की शिकायत में अदालत से अनुरोध किया गया है कि इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अन्य सजा के अलावा 1.22 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जाए। ऐसी शिकायत ईडी के आरोपपत्र के समान होती है।

इस मामले पर जल्द ही अदालत के सुनवाई करने की संभावना है। (file photo)
नई दिल्लीःप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण करने के लिए धनशोधन के आरोप में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और 11 अन्य के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया।
ईडी ने कहा कि आरोप पत्र पाकिस्तानी सरकार और उसकी जासूसी संस्था आईएसआई की कथित साठगांठ से जम्मू कश्मीर में 2011 में आतंकवादी समूह द्वारा किए गए विस्फोटों से भी संबंधित है। अभियोजन पक्ष की शिकायत में अदालत से अनुरोध किया गया है कि इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अन्य सजा के अलावा 1.22 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जाए।
ऐसी शिकायत ईडी के आरोप पत्र के समान होती है। इस मामले पर जल्द ही अदालत के सुनवाई करने की संभावना है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत सलाहुद्दीन, मोहम्मद शफी शाह व अन्य के खिलाफ दायर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद इस मामले में धनशोधन का मामला दर्ज किया था।
धनशोधन निवारण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक विशेष अदालत के समक्ष दायर ईडी के आरोप पत्र में मोहम्मद शफी शाह उर्फ डॉक्टर या दाऊद या निसार, तालिब लाली उर्फ तालिब हुसैन लाली मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन, गुलाम नबी खान उर्फ अमीर खान, उमर फारूक शेरा उर्फ महबूब-उल-हक, मंज़ूर अहमद डार उर्फ मसरूर डार, ज़फर हुसैन भट उर्फ ख़ुशीद, नजीर अहमद डार उर्फ शबीर इलाही, अब्दुल मजीद सोफी, मुबारक शाह, मुजफ्फर अहमद डार और मुश्ताक अहमद लोन उर्फ मुश्ताक आलम के नाम लिए गए हैं।
एजेंसी ने कहा कि उसने एनआईए की 2011 की एक प्राथमिकी पर संज्ञान लेने के बाद जांच शुरू की जिसमें मोहम्मद शफी शाह और उसके सहयोगियों पर जम्मू कश्मीर में सनसनीखेज विस्फोटों को अंजाम देने का आरोप है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद बरामद हुए थे। ईडी ने कहा कि धनशोधन जांच में पाया गया कि "कश्मीर में सबसे अधिक सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन जम्मू कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए ज़िम्मेदार रहा है तथा इसका प्रमुख स्वयंभू कमांडर सैयद सलाहुद्दीन है जो पाकिस्तान में रावलपिंडी के पास रहता है।’’
ईडी ने कहा, "भारतीय धरती पर आतंकवाद की गतिविधियों को जेकेएआरटी (जम्मू कश्मीर अफेक्टीज रिलीफ ट्रस्ट) नामक एक ट्रस्ट द्वारा बढ़ावा दिया गया था, जो पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के साथ मिल कर काम कर रहा था।" एजेंसी ने कहा कि यह भी पता चला कि आतंकियों को हवाला और अन्य माध्यमों से पैसे भेजे गए थे।
Enforcement Directorate (ED) has filed a prosecution complaint against 12 accused Hizb-ul-Mujahideen terrorists under the Prevention of Money Laundering Act, 2002 (PMLA) before Patiala House Court, Delhi, in a terror funding case pic.twitter.com/NtCvOysvA9
— ANI (@ANI) August 25, 2020
पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकवादी समूह के दो आतंकवादी गिरफ्तार
पाकिस्तान में आतंकवाद निरोधक अधिकारियों ने तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान से जुड़े प्रतिबंधित आतंकवादी समूह जमात उल अहरार (जेयूए) के दो आतंकवादियों को देश के पंजाब प्रांत में गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी। पंजाब प्रांत की पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) के अनुसार सोमवार को यहां से करीब 175 किलोमीटर दूर साहिवाल शहर में एक गुप्तचर सूचना आधारित अभियान संचालित किया गया।
पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों के पास हथियार और विस्फोटक सामग्री थी क्योंकि उन्होंने शहर में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों पर हमले की योजना बनायी थी। सीटीडी टीम ने उनके ठिकाने पर छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि उनके पास से एक हथगोला, एक पिस्तौल, विस्फोटक सामग्री, गोलियां और धनराशि बरामद की गयी जो आतंकवादी वित्तपोषण के लिए थी। आतंकवादियों को पूछताछ के लिए एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। गत सप्ताह सीटीडी ने लाहौर में जेयूए के एक आत्मघाती हमलावर को गिरफ्तार करके एक आतंकवादी हमला टाल दिया था।