श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पहले से ही सुरक्षा बलों और आतंकवादियों में जारी मुठभेड़ के बीच बारामूला में शनिवार को एक अलग मुठभेड हुई जिसमें एकआतंकवादी मारा गया। कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि मारे गए आतंकवादी की पहचान यारहोल बाबापोरा कुलगाम निवासी आबिद वानी के रूप में हुई है, जो प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर से जुड़ा हुआ है। उसके पास से आपत्तिजनक सामग्री और एक AK-47 राइफल बरामद हुई है।
कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ बारामूला के करहामा कुंजर इलाके में शुरू हुई। अब तक 1 AK-56, AK के 4 मैगजीन, AK के 56 राउंड, मैगजीन के साथ 1x9mm पिस्टल, 3 ग्रेनेड और 1 गोला बारूद बरामद हुए हैं।
बारामूला के एसएसपी अमोद अशोक नागपुरे ने एएनआई को बताया कि हमें कुंजर पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत करहामा गांव में कुछ संदिग्ध गतिविधि के बारे में एक विश्वसनीय स्रोत से सूचना मिली थी।
उन्होंने कहा कि बारामूला पुलिस, भारतीय सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त दलों द्वारा एक घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इसी दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके जवाबी फायरिंग में लश्कर का एक आतंकवादी मारा गया।
आमोद अशोक ने कहा, "जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हमारी सेना सतर्क है और हम खतरे को बेअसर कर रहे हैं और जी20 शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया जाएगा।"
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच सैन्यकर्मी शहीद हो गए और मेजर रैंक के एक अधिकारी घायल हो गए। पिछले महीने पुंछ जिले के भाटा धुरियान में सेना के ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों के एक समूह की उपस्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद अभियान शुरू किया गया था, जो अब भी जारी है।
पिछले महीने हुए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे। शुक्रवार के हमले से पहले, पुंछ और राजौरी के दो सीमावर्ती जिलों में अक्टूबर 2021 के बाद से सात बड़ी आतंकवादी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 22 सैन्यकर्मियों सहित 29 लोगों की मौत हुई है।
आतंकवाद रोधी अभियान जारी होने के चलते राजौरी क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। सेना की उत्तरी कमान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि उसके जवान ‘‘पिछले महीने जम्मू क्षेत्र के भाटा धुरियां के तोता गली इलाके में सेना के ट्रक पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह के खात्मे के लिए लगातार खुफिया सूचना आधारित अभियान चला रहे हैं।”