आर्मी के प्रतिष्ठानों में स्मार्टफोन, सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे कर्मी, जासूसी रैकेट का खुलासा के बाद उठाया कदम
By भाषा | Updated: December 31, 2019 05:45 IST2019-12-31T05:45:04+5:302019-12-31T05:45:04+5:30
तीन नौसैनिकों को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण विशाखापट्टनम स्थित पूर्वी नौसैनिक कमान से, तीन को पश्चिमी नौसैनिक कमान से और एक अन्य को कर्नाटक स्थित कारवार नौसैनिक अड्डे से गिरफ्तार किया गया था।

आर्मी के प्रतिष्ठानों में स्मार्टफोन, सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे कर्मी, जासूसी रैकेट का खुलासा के बाद उठाया कदम
भारतीय नौसेना ने एक जासूसी रैकेट का इस महीने पर्दाफाश होने के बाद अपने कर्मियों पर नौसैन्य प्रतिष्ठानों में स्मार्टफोन एवं सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। नौसेना ने 20 दिसंबर को एक जासूसी गिरोह का पर्दाफाश किया था जिसमें सात नौसैन्य कर्मी फेसबुक सहित सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से संवेदनशील जानकारी लीक करते पाए गए थे।
तीन नौसैनिकों को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण विशाखापट्टनम स्थित पूर्वी नौसैनिक कमान से, तीन को पश्चिमी नौसैनिक कमान से और एक अन्य को कर्नाटक स्थित कारवार नौसैनिक अड्डे से गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले भी थलसेना ने अपने अधिकारियों को 150 फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के बारे में सचेत किया था जिनका इस्तेमाल शत्रु ताकतें हनी ट्रैप के जरिए संवेदनशील जानकारी जुटाने के लिए कर रही हैं।